पेनकिलर का ज्यादा इस्तेमाल या सिरदर्द के दौरान खाने से काफी प्रॉब्लम हो सकती है. आज हम विस्तार से जानेंगे कि सिरदर्द में तुरंत पेनकिलर क्यों नहीं खाना चाहिए. कई बार सिरदर्द इतना ज्यादा खतरनाक होता है कि जैसे लगता है कि कोई सिर पर हथौड़ा मार रहा है.
30-40 उम्र की महिलाओं को अक्सर सिरदर्द होता है।
सिरदर्द होने पर इरिटेशन होने लगता है. महिलाओं में सिरदर्द की समस्या पुरुषों की मुकाबले ज्यादा पाई जाती है. लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 30-40 साल की उम्र वाली महिलाओं को सिरदर्द होने पर पेनकिलर्स खाना काफी ज्यादा नुकसानदायक साबित हो सकता है।
कुछ सिरदर्द ऐसे होते हैं जो अपने आप ठीक हो जाते हैं लेकिन कोई सिरदर्द काफी ज्यादा खतरनाक होते हैं. कई बार सिरदर्द इतना लंबा होता है कि वह हर रोज हल्का-हल्का होता है. कुछ स्टडीज में खुलासा हुआ है कि लगभग 52 प्रतिशत लोगों को हर रोज सिरदर्द का सामना करना पड़ता है।
पुरुषों से ज्यादा महिलाओं को होता है सिरदर्द
सिरदर्द के कई कारण हो सकते हैं. माइग्रेन, डिप्रेशन और कई सारी गंभीर बीमारियों का डर बना रहता है. नेशनल हेल्थ सर्विस के मुताबिक पूरी दुनिया में 5 महिला में से एक महिला और 15 पुरुषों में से एक पुरुष को सिरदर्द का कारण बनता है. सिरदर्द और माइग्रेन की बीमारी में छुटकारा पाने के लिए पेनकिलर्स खाते हैं. लोग ये सब बीमारी से निजात पाने के लिए पेनकिलर्स का इस्तेमाल करते हैं. सिरदर्द की समस्या जेनेटिक भी हो सकती है. लेकिन सिरदर्द में पेनकिलर्स नहीं खाना चाहिए।
कभी-कभी सिरदर्द होना चिंता का विषय हो सकता है. पेनकिलर्स खाने से कुछ ही समय में छुटकारा मिल सकता है लेकिन आपको रेगुलर बेसिस पर सिरदर्द का कारण बन सकता है. यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है।