नई दिल्ली: दिल्ली की आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार और उपराज्यपाल वीके सक्सेना के बीच अब स्वतंत्रता दिवस 2024 के ध्वजारोहण को लेकर विवाद शुरू हो गया है। आप (AAP) की ओर से मंत्री आतिशी के नाम की घोषणा की गई है, जबकि उपराज्यपाल ने स्वतंत्रता दिवस समारोह में तिरंगा फहराने के लिए दिल्ली के गृह मंत्री कैलाश गहलोत को नामित किया है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा था कि दिल्ली के एलजी किसी को भी झंडा फहराने के लिए नामित कर सकते हैं। वहीं, दिल्ली सरकार में जीएडी मंत्री गोपाल राय ने मुख्यमंत्री की सलाह पर आतिशी का नाम भेजा था।
जीएडी ने नहीं माना गोपाल राय का निर्देश
जीएडी मंत्री गोपाल राय ने सोमवार को विभाग को निर्देश दिया था कि मुख्यमंत्री की इच्छा के अनुसार आतिशी के तिरंगा फहराने के लिए बंदोबस्त किए जाएं। इसके बाद, सामान्य प्रशासन विभाग (जीएडी) ने मंगलवार को कहा कि भ्रष्टाचार के मामले में जेल में बंद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपनी ओर से ध्वज फहराने के लिए दिल्ली की मंत्री आतिशी को अधिकृत नहीं कर सकते।
‘मुख्यमंत्री का निर्देश कानूनन अवैध है’
मंत्री के पत्र पर जीएडी के अतिरिक्त मुख्य सचिव नवीन कुमार चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री का निर्देश कानूनन अवैध है और इसे अमल में नहीं लाया जा सकता। जीएडी अधिकारी ने यह भी कहा कि इस संबंध में मुख्यमंत्री द्वारा 6 अगस्त को उपराज्यपाल वीके सक्सेना को लिखा गया पत्र कारागार नियमों के अनुसार स्वीकार्य नहीं है।
छत्रसाल स्टेडियम में चल रही समारोह की तैयारियां
चौधरी ने कहा कि छत्रसाल स्टेडियम में दिल्ली सरकार के स्वतंत्रता दिवस समारोह के आयोजन की तैयारियां चल रही हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री न्यायिक हिरासत में हैं और तिरंगा फहराने के लिए उपलब्ध नहीं हैं, इसलिए मामले की जानकारी उच्च प्राधिकार को दे दी गई है।
गोपाल राय ने जेल में की थी सीएम से मुलाकात
गोपाल राय ने जेल में केजरीवाल से मुलाकात के बाद सोमवार को जीएडी को निर्देश जारी किया था। केजरीवाल ने पिछले सप्ताह उपराज्यपाल को पत्र लिखकर कहा था कि दिल्ली सरकार के स्वतंत्रता दिवस समारोह में उनकी जगह कैबिनेट मंत्री आतिशी ध्वज फहराएंगी।