मुंबई: महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री के रूप में देवेंद्र फडणवीस का नाम तय हो गया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने यह दावा किया है। 5 दिसंबर को फडणवीस मुंबई के आजाद मैदान में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति की भी संभावना है।
भाजपा विधायक दल की बैठक में होंगे नेता घोषित
सूत्रों के अनुसार, 2 या 3 दिसंबर को भाजपा विधायक दल की बैठक में देवेंद्र फडणवीस को औपचारिक रूप से नेता चुना जाएगा। इससे पहले निवर्तमान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने घोषणा की कि वह भाजपा के निर्णय का समर्थन करेंगे।
उपमुख्यमंत्री पद पर चर्चा
सियासी गलियारों में यह चर्चा तेज है कि एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे को उपमुख्यमंत्री पद सौंपा जा सकता है। साथ ही, शिवसेना को गृह विभाग मिलने की अटकलें भी लगाई जा रही हैं। हालांकि, शिंदे ने इन अटकलों पर कहा कि महायुति के घटक दलों—भाजपा, शिवसेना और राकांपा—के बीच आपसी सहमति से निर्णय लिया जाएगा।
महायुति की बड़ी जीत
महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों में से महायुति गठबंधन ने 230 सीटें जीती हैं। इनमें भाजपा को 132 सीटें, शिवसेना को 57 सीटें, और अजित पवार की राकांपा को 41 सीटें मिली हैं। यह गठबंधन अब नई सरकार बनाने की तैयारी में है।
शपथ ग्रहण समारोह
शपथ ग्रहण समारोह 5 दिसंबर की शाम को मुंबई के आजाद मैदान में आयोजित होगा। यह तय किया जा रहा है कि समारोह में केवल मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री शपथ लेंगे या अन्य मंत्रियों को भी शपथ दिलाई जाएगी।
शिवसेना और राकांपा ने चुने अपने नेता
शिवसेना और राकांपा ने अपने-अपने नेताओं का चुनाव कर लिया है। भाजपा विधायक दल की बैठक के बाद देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री पद के लिए आधिकारिक रूप से चुनने की प्रक्रिया पूरी होगी।
महायुति की शक्ति संतुलन
महायुति में भाजपा के पास सबसे ज्यादा सीटें हैं, जिससे देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाए जाने का मार्ग प्रशस्त हुआ। शिवसेना और राकांपा को उनके हिस्से के विभाग देकर संतुलन बनाने की कोशिश की जा रही है।
यह राजनीतिक घटनाक्रम महाराष्ट्र की सियासत में नए समीकरण और सत्ता संतुलन को परिभाषित करेगा।