नई दिल्ली। कमीशन ऑफ एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (सीएक्यूएम) के ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) के दूसरे चरण के होने के बावजूद द्ल्ली में बिगड़ती वायु गुणवत्ता से कोई राहत नहीं मिलती दिख रही है। सुबह कई जगहों पर एयर क्वालिटी इंडेस्क (एक्यूआई) गंभीर स्तर पर दर्ज किया गया। एक्सपर्ट्स खराब वायु गुणवत्ता और राष्ट्रीय राजधानी को गैस चैंबर में बदलने के लिए वर्तमान मौसम की स्थिति को जिम्मेदार मानते हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, आनंद विहार स्टेशन पर सुबह 8 बजे पीएम2.5 का स्तर 411 और पीएम10 का स्तर 385 यानी बहुत खराब के साथ गंभीर श्रेणी में था, जबकि एनओ 87 तक गिर गया और सीओ 66 तक पहुंच गया, दोनों संतोषजनक श्रेणी में थे।
हालांकि, सुबह 10 बजे आनंद विहार स्टेशन पर पीएम2.5 में थोड़ा सुधार हुआ और यह 385 और पीएम10 का स्तर 363 पर पहुंच गया, दोनों बहुत खराब श्रेणी में हैं। द्वारका सेक्टर 8 में पीएम2.5 का स्तर 437 पर और पीएम10 का स्तर 403 पर था, दोनों गंभीर श्रेणी में थे, जबकि सीओ 96 पर था, जो संतोषजनक स्तर पर था। इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे टी3 क्षेत्र में हवा की गुणवत्ता बहुत खराब थी, जिसमें पीएम2.5 का स्तर 359 और पीएम10 का स्तर 358 दर्ज किया गया, जबकि सीओ संतोषजनक श्रेणी में गिरकर 68 पर आ गया। ओखला फेज-2 स्टेशन पर, पीएम2.5 का स्तर गिरकर 411 पर और पीएम10 का स्तर 403 पर था, दोनों गंभीर श्रेणी में थे, जबकि एनओ2 बढक़र 78 हो गया और सीओ 62 पर था। दोनों संतोषजनक स्तर पर थे।