नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। विभिन्न राजनीतिक पार्टियां अपने-अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा करने में जुट गई हैं। दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) ने पहले ही अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है, वहीं दूसरी ओर अन्य पार्टियों के नेता भी विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं। इस बीच, दिल्ली के घोंडा विधानसभा क्षेत्र में यमुना विहार वार्ड 232 के पार्षद और शाहदरा उत्तरी जोन के चेयरमैन प्रमोद गुप्ता की चर्चा राजनीतिक गलियारों में जोरों पर है।
प्रमोद गुप्ता की पहचान अब एक मेहनती और विकासशील नेता के रूप में बन चुकी है, और वे अपनी कर्मठ कार्यशैली के लिए क्षेत्रवासियों में काफी लोकप्रिय हो गए हैं।
जनसेवा है प्राथमिकता
प्रमोद गुप्ता का हमेशा से मानना रहा है कि जनसेवा सबसे बड़ी प्राथमिकता है। उनके प्रयासों से घोंडा विधानसभा क्षेत्र में स्वच्छता और सड़क निर्माण में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। ‘स्वच्छ वार्ड, स्वस्थ वार्ड’ के नारे के तहत उन्होंने सफाई व्यवस्था में सुधार और जागरूकता फैलाने के लिए कई अभियान चलाए हैं, जिसकी सराहना सभी स्तरों पर हो रही है। क्षेत्र में सड़क और गलियों के निर्माण को लेकर उनका लगातार काम जारी है, जिससे क्षेत्रवासियों को बेहतर सुविधाएं मिल रही हैं।
हर गली तक विकास का संकल्प
प्रमोद गुप्ता का यह वादा है कि वे क्षेत्र की हर गली तक पक्की सड़कें और बेहतर जल निकासी व्यवस्था पहुंचाएंगे। इसके अलावा, उन्होंने स्थानीय पार्कों और खेल के मैदानों को विकसित करने का भी संकल्प लिया है, ताकि बच्चों और युवाओं को खेलकूद और मनोरंजन की बेहतर सुविधाएं मिल सकें। इन कार्यों के माध्यम से वे न केवल क्षेत्र का समग्र विकास कर रहे हैं, बल्कि जनता के दिलों में भी अपनी जगह बना रहे हैं।
पानी, बिजली और स्वास्थ्य की समस्या का समाधान
घोंडा विधानसभा में पानी और बिजली की समस्या लंबे समय से एक बड़ी चुनौती रही है। इस समस्या के समाधान के लिए प्रमोद गुप्ता ने नए बोरवेल और पानी के टैंकरों की व्यवस्था की है। साथ ही, बिजली आपूर्ति को सुचारू रखने के लिए जरूरी कदम उठाए हैं। स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए भी उन्होंने कई कदम उठाए हैं, ताकि क्षेत्रवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें। इसके साथ ही, प्राथमिक शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए भी वे लगातार प्रयासरत हैं।
जनता से सीधा जुड़ाव
प्रमोद गुप्ता का मानना है कि विकास तभी संभव है जब जनता की समस्याओं को प्राथमिकता दी जाए और उनका समाधान किया जाए। वे नियमित रूप से जनसुनवाई कार्यक्रम आयोजित करते हैं, जहां लोग अपनी समस्याएं और सुझाव साझा कर सकते हैं। उनका कहना है, “जनता की भागीदारी के बिना कोई भी विकास अधूरा है।” उनकी इस सरल और सुलभ कार्यशैली के कारण क्षेत्र के लोग उन्हें अपनी पहली पसंद मानते हैं।
आने वाले विधानसभा चुनावों में घोंडा क्षेत्र की जनता का भरोसा प्रमोद गुप्ता के लिए सबसे बड़ी ताकत साबित हो सकता है, और वे एक मजबूत उम्मीदवार के तौर पर सामने आ सकते हैं।