सुकना। 12 अक्टूबर, 2024 को दशहरे के पावन अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पश्चिम बंगाल के सुकना सैन्य स्टेशन में भारतीय सेना की पारंपरिक शस्त्र पूजा की। यह महत्वपूर्ण समारोह भारतीय सेना द्वारा राष्ट्र की संप्रभुता के रक्षक के रूप में हथियारों के प्रति सम्मान व्यक्त करने का प्रतीक है।
रक्षा मंत्री ने अनुष्ठान की शुरुआत कलश पूजा से की, जिसके बाद शस्त्र और वाहन पूजा संपन्न की गई। सिंह ने पैदल सेना, तोपखाने, संचार प्रणालियों और ड्रोन सहित कई आधुनिक सैन्य उपकरणों की भी पूजा की। समारोह के बाद सैनिकों के साथ उनकी बातचीत ने कार्यक्रम को पूर्ण किया।
अपने संबोधन में रक्षा मंत्री ने सशस्त्र बलों की सतर्कता और सीमा पर शांति बनाए रखने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है और भारतीय सैनिकों में मानवीय मूल्यों का समान सम्मान है। सिंह ने यह भी कहा कि भारत कभी किसी पर द्वेष के कारण आक्रमण नहीं करता, लेकिन अगर उसकी अखंडता और संप्रभुता को खतरा हुआ तो देश पूरी ताकत से प्रतिक्रिया करेगा।
यह शस्त्र पूजा न केवल सेना की परंपरा बल्कि रक्षा में आधुनिकीकरण और स्वदेशी प्रणालियों के महत्व को भी रेखांकित करती है। इस अवसर पर थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी और कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।