देशभर में 31 अक्टूबर को दीपावली का त्योहार धूमधाम से मनाया जाएगा। त्योहार पर यात्रियों की भीड़ से निपटने के लिए भारतीय रेल ने तैयारी तो की है, लेकिन इसके बावजूद ट्रेनों में सीटें नहीं मिल पा रही हैं। स्टेशन पर यात्रियों का ऐसा हुजूम उमड़ पड़ा है कि देखने पर डर लग सकता है। दिवाली और छठ पूजा के लिए लोग तीन महीने पहले ही टिकट बुक कर लेते हैं, लेकिन बिहार और यूपी जाने वाली सभी ट्रेनों की टिकटें काउंटर खुलते ही खत्म हो जाती हैं। घर जाना जरूरी होने पर लोगों के पास अब बस का विकल्प ही बचता है।
निजी बस मालिक वसूल रहे मनमाना किराया
दिल्ली और नोएडा से यूपी और बिहार के कई शहरों के लिए रोजाना सैकड़ों बसें चलती हैं, लेकिन त्योहार के सीजन में इन बसों में भी जगह नहीं मिल रही है। निजी स्लीपर बसों में यात्रियों से मनमाना किराया वसूला जा रहा है। कुछ रूट्स पर तो बस का किराया फ्लाइट्स से भी महंगा हो गया है। रोडवेज बसों में भी भीड़ का बुरा हाल है और सीटें आरामदायक नहीं होने के कारण लोग स्लीपर बसों का विकल्प तलाश रहे हैं।
हवाई जहाज से महंगा हुआ बस का किराया
स्लीपर बसों का किराया अब फ्लाइट के किराए से भी अधिक हो गया है। 30 अक्टूबर को चलने वाली निजी बसों का किराया कई रूट्स पर फ्लाइट्स को भी मात दे रहा है। लाइव हिंदुस्तान की रिपोर्ट के मुताबिक, अलग-अलग बस और फ्लाइट बुकिंग वेबसाइट्स पर आम दिनों के मुकाबले किराए में 10 गुना तक की वृद्धि देखने को मिल रही है।
आसमान छू रही टिकटों की कीमतें
रूट बस का किराया फ्लाइट का किराया तारीख
नोएडा से लखनऊ 7000 रुपये 6000 रुपये 30 अक्टूबर
नोएडा से प्रयागराज 7319 रुपये 7299 रुपये 30 अक्टूबर
नोएडा से गोरखपुर 5550 रुपये 5595 रुपये 30 अक्टूबर
दीपावली और छठ के चलते किराए में भारी वृद्धि
नोएडा से लखनऊ के लिए निजी बस का किराया 7000 रुपये तक वसूला जा रहा है, जबकि दिल्ली से लखनऊ फ्लाइट का किराया 6000 रुपये से शुरू हो रहा है। इसी तरह, नोएडा से प्रयागराज तक बस का किराया 7319 रुपये तक पहुंच चुका है, जबकि फ्लाइट का किराया 7299 रुपये है। नोएडा से गोरखपुर जाने वाली फ्लाइट का किराया 5595 रुपये है, लेकिन स्लीपर बस का किराया 5550 रुपये तक पहुंच गया है।