आतंकवाद और साइबर सुरक्षा के विषयों पर सहयोग को बल दिया जाएगा- पीएम मोदी

नई दिल्ली। वियतनाम के प्रधानमंत्री फाम मिन्ह चिन्ह द्विपक्षीय रणनीतिक संबंधों को और विस्तारित करने के उद्देश्य से अपने समकक्ष पीएम मोदी से मुलाकात की। हैदराबाद हाउस में दोनों की मौजूदगी में भारत और वियतनाम के बीच MoUs पर हस्ताक्षर किए गए। इससे पहले मिन्ह चिन्ह महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के लिए राजघाट पहुंचे।

पीएम मोदी और वियतनाम के प्रधानमंत्री ने वियतनाम के न्हा ट्रांग में टेली-कम्युनिकेशंस यूनिवर्सिटी में आर्मी सॉफ्टवेयर पार्क का भी उद्घाटन किया। हैदराबाद हाउस में दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय बैठक में द्विपक्षीय रणनीतिक संबंधों पर चर्चा हुई। साथ ही वियतनाम की समुद्री सुरक्षा मजबूत करने पर भी दोनों नेताओं ने बातचीत की।

पीएम मोदी ने कहा कि पिछले दशक की उपलब्धियों को देखते हुए आज की हमारी चर्चा में हमने आपसी सहयोग के सभी क्षेत्रों पर व्यापक रूप से चर्चा की और भविष्य की रूपरेखा तैयार करने की ओर कई कदम उठाए। हम मानते हैं कि विकसित भारत 2047 और वियतनाम के विजन 2045 के कारण दोनों देशों में विकास ने गति पकड़ी है। इससे आपसी सहयोग के बहुत से नए क्षेत्र खुल रहे हैं इसलिए अपनी व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और अधिक मजबूती देने के लिए आज हमने एक नया कार्रवाई की योजना अपनाया है।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि डिफेन्स और सिक्योरिटी के क्षेत्र में सहयोग के लिए नए कदम उठाये हैं। ‘नया-चांग’ में बने आर्मी सॉफ्टवेयर पार्क का आज उद्घाटन किया गया। 300 मिलियन डॉलर की क्रेडिट लाइन पर बनी सहमति से वियतनाम की मेरीटाइम सिक्योरिटी सशक्त होगी। हमने यह भी तय किया है कि आतंकवाद और साइबर सुरक्षा के विषयों पर सहयोग को बल दिया जाएगा।

वहीं, वियतनाम के पीएम फाम मिन्ह चिन्ह ने पीएम मोदी को उनके तीसरे कार्यकाल के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा, हम 18वीं लोकसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत के लिए प्रधानमंत्री मोदी, भाजपा और एनडीए को बधाई देते हैं। हमारा मानना ​​है कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में लगातार तीसरे कार्यकाल में भारतीय लोगों को और अधिक लाभ मिलता रहेगा।

वियतनाम के पीएम फाम मिन्ह चिन्ह ने कहा कि भारत ने भी चार प्रकार के टीकों के साथ COVID-19 के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसका हमें लाभ भी मिला। यहां तक ​​कि कोविड-19 उपचार दवाओं के उत्पादन में भी, हमने भारत से काफी मात्रा में आयात किया। इंडो-पैसिफिक दुनिया में विकास का एक लोकोमोटिव है। प्रधानमंत्री मोदी और मैं, विशेषकर व्यापक रणनीतिक साझेदारी की स्थापना के बाद से द्विपक्षीय संबंधों में भारी लाभ देखकर प्रसन्न हैं। हम करीबी, भरोसेमंद और वफादार दोस्तों के रूप में वियतनाम और भारत के बीच पारंपरिक संबंधों को संरक्षित और संजोना जारी रखने पर सहमत हैं।

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