नई दिल्ली। लोकसभा में राहुल गांधी को विपक्ष का नेता नियुक्त किए जाने के लिए कांग्रेस कार्य समिति (CWC) ने एक प्रस्ताव पारित किया है. इस प्रस्ताव पर अब राहुल गांधी ने विचार करने के लिए समय मांगा है. शनिवार को सीडब्लूसी की बैठक में कई अहम फैसले लिए गिए, जिसमें ये भी कहा किया कि भविष्य में भी ‘इंडिया गठबंधन’ जारी रहेगा और सभी दलों के नेता मिलकर काम करेंगे. इसके अलावा बैठक में कांग्रेस कार्य समिति ने राहुल गांधी से लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष बनने का भी आग्रह किया. प्राप्त जानकारी के मुताबिक कांग्रेस कार्य समिति ने प्रस्ताव पारित किया कि पार्टी सांसद राहुल गांधी को लोकसभा में विपक्ष का नेता नियुक्त किया जाना चाहिए. पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश के रायबरेली और केरल के वायनाड से लोकसभा चुनाव जीता है. सीडब्ल्यूसी की बैठक के बाद कांग्रेस सांसद कुमारी शैलजा ने कहा, ‘सीडब्ल्यूसी की इच्छा थी कि राहुल गांधी को नेता प्रतिपक्ष चुना जाए।
गौरतलब है कि निचले सदन में पार्टी संसदीय दल का नेता ही नेता प्रतिपक्ष होगा. कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में 99 सीट जीती हैं. पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में हुई विस्तारित कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में लोकसभा चुनाव में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी के योगदान की सराहना भी की गई और इसको लेकर एक प्रस्ताव भी पारित किया गया. विस्तारित कार्य समिति की बैठक में पार्टी संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और कार्य समिति के अन्य सदस्य एवं वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
कार्य समिति ने राहुल गांधी से नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी संभालने का आग्रह करते हुए भी एक प्रस्ताव पारित किया. कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने संवाददताओं से कहा कि कार्य समिति ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर आग्रह किया कि राहुल गांधी नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी संभालें. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने कार्य समिति के सदस्यों के विचार सुने और कहा कि वह इस बारे में जल्द फैसला करेंगे. कार्य समिति की बैठक में उन राज्यों के परिणाम को लेकर भी चर्चा गई जहां पार्टी का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, ‘जिन राज्यों में हमारा प्रदर्शन उम्मीद से कम रहा है, उनकी समीक्षा के लिए समिति का गठन किया जाएगा. समिति अपनी रिपोर्ट कांग्रेस अध्यक्ष को सौंपेगी।