रिस्पना में पिछले दो दशकों से नहीं हुई डिसिल्टिंग
पुश्ते न होने के कारण घुसा घरों में पानी
देहरादून। देर रात रिस्पना नदी में आई बाड़ से प्रभावित इलाकों का उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने पैदल घूम कर प्रभावित लोगों से मुलाकात करके नुकसान का जायज़ा लिया।
कीचड़ व गंदे पानी से भरे इलाके में लगभग ढाई घंटे तक स्थितियों का आंकलन करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले दो दशकों से ज्यादा समय से रिस्पना नदी में बसावट वाले इलाके में कहीं भी ना तो डिसिलटिंग का काम हुए ना ही गंदगी हटाई गई । जिसके कारण नदी का भरान मिट्टी पत्थर व कूड़े से हो गया और नदी तल कई फूट ऊंचा हो गया ।
कहा कि ज्यादा वर्षा होने पर नदी का जल स्तर अपने आप पुश्ता पार कर जाता है और पानी बस्ती और घरों में घुस जाता है।
धस्माना ने कहा कि सबसे पहले शिव मंदिर भगत सिंह कालौनी के पास से पुल तक व निवर्तमान पार्षद इलियास अंसारी के घर के सामने के पुश्ते का निर्माण होना चाहिए और उसके साथ ही कंडोली से लेकर नदी रिसना पुल विधानसभा तक डिसिल्टिंग का काम होना चाहिए।
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि स्मार्ट सिटी स्मार्ट सिटी का शोर मचाने वाली सरकार जिला प्रशासन नगर निगम व स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के जिम्मेदारों को शहर की चालीस प्रतिशत आबादी की कोई चिंता नहीं है जो मलिन बस्तियों में रहती है। उन्होंने कहा की बार बार खतरे की जद में रहने वाले गरीब लोगों को पुनर्वास की व्यवस्था कर उन लोगों को हटाने का काम नगर निगम को करना चाहिए किंतु इस पर केवल घोषणाएं और बयानबाजी के अतिरिक्त कुछ नहीं होता धस्माना को क्षेत्र की महिलाओं ने शिव मंदिर ले जा कर स्थितियां दिखाई और शिव मंदिर से लेकर पुल तक पुश्ता निर्माण करवाए जाने की मांग की। दूध की डायरी चलाने वाले अनिल यादव ने बताया कि उनके घर में पांच फुट पानी आ गया और घर का सारा सामान बर्बाद हो गया।
बीएसएनएल से अवकाश प्राप्त बृज भान सिंह के घर इतना पानी घुसा कि बिस्तर से ले कर रसोई और बच्चों के कापी किताब बस्ते सब खत्म हो गए। किरयाने की दुकान चलाने वाले परवेज की दुकान का सारा सामान बर्बाद हो गया तो ई रिक्शा चला कर घर चलाने वाले पंकज कुमार दो दिन से घर से पानी निकाल रहा है और ध्याड़ी ना करने के कारण घर में कुछ नहीं है खाने को। धस्माना ने कहा कि इसी तरह के हाल पूरे क्षेत्र में है और पांच सौ से ज्यादा परिवार प्रभावित हुए हैं। उन्होने कहा कि वर्ष २०१३ में इसी तरह की बाड़ आई थी तब तत्कालीन मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के साथ वे जब क्षेत्र में आए थे तब भी बाड़ के यही कारण थे और आज ग्यारह साल बाद भी स्थिति उससे बदतर हो गई है।
धस्माना ने कहा कि वे शुक्रवार दोपहर में नगर निगम आयुक्त व जिलाधिकारी से मुलाकात कर इस संबंध में ज्ञापन और मांगपत्र देंगे और शनिवार को राज्य की मुख्य सचिव से भी बाड़ सुरक्षा के बारे में मिलकर वार्ता करेंगे। धस्माना के साथ दौरे में क्षेत्र के निवर्तमान पार्षद इलियास अंसारी, महानगर कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश उनियाल, महामंत्री आनंद सिंह पुंडीर, नसीम , इमराना , बृज भान, अनिल यादव समेत अनेक क्षेत्रवासी साथ रहे।