चंडीगढ। हरियाणा में विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा हो चुकी है। राज्य में 1 अक्टूबर को एक ही चरण में मतदान होगा और नतीजे 4 अक्टूबर को आएंगे। चुनाव के ऐलान के साथ ही राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (BJP) को एक बार फिर सत्ता में वापसी का यकीन है, वहीं कांग्रेस सत्ता में वापसी के लिए अपनी रणनीति तैयार कर रही है।
कांग्रेस का आक्रामक रुख
कांग्रेस इस बार BJP को सत्ता से बेदखल करने के लिए आक्रामक रणनीति अपना रही है। हाल ही में रोहतक के सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने ओलंपियन विनेश फोगाट के स्वागत में इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से हरियाणा तक विशाल रोड शो का नेतृत्व किया। कांग्रेस की ओर से उठाए जा रहे इस कदम को 1 अक्टूबर को होने वाले चुनाव से पहले BJP को घेरने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।
BJP से पहलवानों की नाराजगी
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने हाल ही में कहा था कि हरियाणा के लोग 1 अक्टूबर का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं ताकि इस गैर-प्रदर्शनकारी सरकार को उखाड़ फेंका जा सके। वहीं, साक्षी मलिक, अंशु मलिक और बजरंग पुनिया जैसे पहलवानों की BJP से नाराजगी को कांग्रेस भुनाने की कोशिश में है। ये पहलवान भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व प्रमुख और BJP सांसद बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध का चेहरा बने हुए हैं।
कांग्रेस का पहलवानों के प्रति समर्थन
विनेश फोगाट के समर्थन में कांग्रेस ने पहलवानों के विरोध को अपना हथियार बना लिया है। दीपेंद्र हुड्डा, रणदीप सिंह सुरजेवाला और कुमारी शैलजा जैसे नेताओं ने पहलवानों के पक्ष में बयान दिए हैं। वहीं, राज्य सरकार ने हाल ही में फोगाट को रजत पदक विजेता के बराबर ईनाम देने की घोषणा की थी, हालांकि आदर्श आचार संहिता लागू होने के कारण यह फिलहाल रोक दी गई है।
कांग्रेस को मिली संजीवनी
कांग्रेस की इस नई आक्रामकता की वजह हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनावों में उसका बढ़ा हुआ वोट शेयर है। 2019 में 28% से बढ़कर 43% वोट शेयर हासिल करने के बाद कांग्रेस ने राज्य में 10 साल बाद अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। कांग्रेस अब किसानों के मुद्दे पर भी BJP को घेरने की तैयारी में है।
किसानों का मुद्दा
कांग्रेस ने किसानों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर कानूनी गारंटी की मांग को प्रमुखता से उठाया है। हालांकि राज्य सरकार ने सभी 24 फसलों की MSP पर खरीद की घोषणा की है, लेकिन किसानों ने इसे ‘राजनीतिक स्टंट’ करार दिया है। राहुल गांधी ने हाल ही में हरियाणा और अन्य राज्यों के किसान नेताओं से मुलाकात की, जबकि भूपेंद्र हुड्डा ने प्रदर्शनकारी किसानों का समर्थन किया है।
अग्निपथ योजना के खिलाफ कांग्रेस
कांग्रेस ने अग्निपथ योजना को लेकर भी BJP पर निशाना साधा है। भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि इस योजना के कारण हरियाणा के युवाओं की सेना में भर्ती की संख्या में भारी कमी आई है, जिससे बेरोजगारी बढ़ने का खतरा है। कांग्रेस ने वादा किया है कि अगर वह सत्ता में आई तो अग्निपथ योजना को खत्म करेगी।
इन चुनावों में हरियाणा में BJP और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद है।