चंडीगढ़। न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) समेत कई मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों के विरोध प्रदर्शन का आज तीसरा दिन है। किसानों की ‘दिल्ली चलो’ (Delhi Chalo) मार्च को देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी के सभी बॉर्डर पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गए हैं। तीन केंद्रीय मंत्रियों की एक टीम गुरुवार शाम को किसान नेताओं के साथ उनकी विभिन्न मांगों को लेकर फिर से बैठक भी करेगी। 8 और 12 फरवरी को आयोजित ऐसी दो बैठकों के बेनतीजा रहने के बाद सरकार ने बुधवार को किसान नेताओं को एक सप्ताह में तीसरे दौर की वार्ता के लिए आमंत्रित किया। बातचीत की पेशकश तब आई जब प्रदर्शनकारी किसान फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य और ऋण माफी पर कानून सहित अपनी मांगों को स्वीकार करने के लिए केंद्र पर दबाव बनाने के लिए पंजाब और हरियाणा की शंभू और खनौरी सीमाओं पर दिल्ली की ओर मार्च करने के लिए रुके हुए थे।
किसानों के विरोध प्रदर्शन पर हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि मांग उठाना और दिल्ली जाना हर किसी का अधिकार है लेकिन मकसद देखना होगा। हमने पिछले साल यह सब देखा है, कैसे एक दृश्य बनाया गया और उन्होंने विभिन्न पर कब्जा कर लिया। जिन सीमाओं ने सभी के लिए समस्याएं पैदा कीं। जिस तरह से वे विरोध कर रहे हैं, हमें आपत्ति है। ट्रैक्टर परिवहन का साधन नहीं है, वे बसों या ट्रेनों में आ सकते हैं। चर्चा लोकतांत्रिक तरीके से की जानी चाहिए ताकि समाधान तक पहुंचा जा सके।
बता दें कि कृषि और किसान कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा, वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी वाले कानून सहित उनकी विभिन्न मांगों को लेकर शाम 5 बजे किसान नेताओं से मुलाकात करेंगे।