ढाका: बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद से हिंसा का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। हिंदू मंदिरों और हिंदू नागरिकों को लगातार उपद्रवियों द्वारा निशाना बनाया जा रहा है। इस बीच, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से फोन पर बात की। इस बातचीत के दौरान यूनुस ने अपने देश में हिंदुओं और सभी अल्पसंख्यकों की रक्षा व सुरक्षा का आश्वासन दिया।
हिंदुओं की सुरक्षा का आश्वासन
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर बताया कि बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने फोन किया और मौजूदा स्थिति पर विचारों का आदान-प्रदान किया। पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने लोकतांत्रिक, स्थिर, शांतिपूर्ण और प्रगतिशील बांग्लादेश के लिए अपने समर्थन को दोहराया है। यूनुस ने बांग्लादेश में हिंदुओं और सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का आश्वासन दिया।
मुख्य सलाहकार का पद संभालने के बाद पहला बयान
मोहम्मद यूनुस ने शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार के पतन के बाद 8 अगस्त 2024 को अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार का पद संभाला था। यूनुस के कार्यभार संभालने के बाद पीएम मोदी ने उन्हें शुभकामनाएं दी थीं और बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान किया था।
बांग्लादेश में हिंसा पर पीएम मोदी की प्रतिक्रिया
भारत के 78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि हिंसा प्रभावित बांग्लादेश में हालात जल्द सामान्य होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि 140 करोड़ भारतीय पड़ोसी देश में हिंदुओं और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की स्थिति
शेख हसीना सरकार के पतन के बाद बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के खिलाफ हिंसा बढ़ी है। हसीना 5 अगस्त को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर भारत आ गई थीं। ‘बांग्लादेश नेशनल हिंदू ग्रैंड अलायंस’ ने दावा किया है कि शेख हसीना सरकार के पतन के बाद से 48 जिलों में 278 स्थानों पर अल्पसंख्यक समुदाय को हमलों और धमकियों का सामना करना पड़ा है। संगठन ने इसे ‘हिंदू धर्म पर हमला’ करार दिया है।