छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में मारे गए तीन अन्य नक्सलियों के शव शनिवार सुबह बरामद किए, जिससे मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों की कुल संख्या बढ़कर 31 हो गई है। पुलिस अधिकारियों ने इस घटना की जानकारी दी। यह भीषण मुठभेड़ जिले के अबूझमाड़ क्षेत्र में शुक्रवार को हुई थी, जहां सुरक्षाबलों ने पहले ही देर रात तक 28 नक्सलियों के शव बरामद कर लिए थे।
मुठभेड़ स्थल से शव बरामद
बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने बताया कि मुठभेड़ के स्थान के आस-पास के क्षेत्र से तीन अन्य नक्सलियों के शव भी बरामद किए गए हैं। अधिकारियों ने कहा कि नक्सलियों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है, लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि वे माओवादियों की पीएलजीए (पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी) कंपनी नंबर छह, प्लाटून 16 और पूर्वी बस्तर डिवीजन से संबंधित थे।
सुरक्षाबलों पर किया गया हमला
जानकारी के अनुसार, नक्सलियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद सुरक्षाबल ने जवाबी कार्रवाई की। दोनों पक्षों के बीच देर तक गोलीबारी होती रही।
सबसे बड़ा अभियान
छत्तीसगढ़ के गठन के 24 वर्षों में यह सुरक्षाबलों का अब तक का सबसे बड़ा अभियान है, जिसमें एक ही मुठभेड़ में 31 नक्सली मारे गए हैं। इससे पहले 16 अप्रैल को कांकेर जिले में मुठभेड़ में 29 नक्सली मारे गए थे।
सुरक्षा बलों की सराहना
सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ स्थल से एके-47 राइफल, एसएलआर, इंसास राइफल, एलएमजी राइफल और .303 राइफल समेत कई हथियार बरामद किए हैं। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस सफल अभियान के लिए सुरक्षा बलों की सराहना की है और कहा है कि ‘डबल इंजन’ सरकार नक्सली खतरे को खत्म करने के लिए दृढ़ संकल्पित है। इस मुठभेड़ के बाद, इस वर्ष दंतेवाड़ा और नारायणपुर समेत बस्तर क्षेत्र में अलग-अलग मुठभेड़ों में सुरक्षा बलों ने 188 माओवादियों को ढेर किया है।