देहरादून। कैबिनेट मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने जैन धर्म के महान आचार्य ज्ञान चंद्र महाराज साहब के प्रथम बार देहरादून आगमन पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस दौरान डॉ अग्रवाल ने उत्तराखंड विधानसभा में पास यूसीसी बिल पर प्रकाश डाला और इससे होने वाले लाभ की जानकारी दी। इस दौरान डॉ अग्रवाल ने ज्ञान जागरण नामक पुस्तक का विमोचन भी किया। इस दौरान डॉक्टर अग्रवाल ने आचार्य ज्ञान चंद्र महाराज का आशीर्वाद भी प्राप्त किया।
बुधवार को प्रिंस चौक स्थित जैन धर्मशाला में श्री श्वेतांबर स्नातकवासी जैन सभा देहरादून की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया गया। डॉ अग्रवाल ने कहा कि जैन दर्शन शाश्वत सत्य पर आधारित है। कहा कि जैन धर्म सिखाता है कि प्रत्येक जीव अपने कर्मो के लिए स्वयं जिम्मेदार है। यह जोर देकर कहता है कि हम सभी जीवन के आध्यात्मिक स्वरूप को सम्मानपूर्वक जीते, सोचते और कार्य करते हैं। कहा कि हमें भगवान महावीर के सिद्धांतों को जीवन में उतारना होगा। कहा कि त्याग, तपस्या और साधना, अपरिग्रह आदि जो सिद्धांत है, उन्हें अपनाकर ही आत्मिक सुख प्राप्त कर सकते हैं। हमें उनके तप के प्रभाव और उनके प्रेरक जीवन से सीख लेनी होगी।
इस मौके पर डॉ अग्रवाल ने उत्तराखंड विधानसभा में पास समान नागरिक संहिता बिल का भी जिक्र किया। उन्होंने बिल की खासियत बताते हुए कहा कि इससे उत्तराखंड के सभी वर्ग, धर्म और जाति के लोग एक समान कानून के दायरे में आएंगे।
डॉ अग्रवाल ने कहा कि यूसीसी कानून जनता को उनके अधिकार तथा समाज में उचित दर्जा देगा। कहां की इस बिल में अनेक प्रावधान किए गए हैं जिनमें बहु विवाह, पुत्र और पुत्री को संपत्ति में एक समान अधिकार प्राप्त है। उन्होंने कहा कि समान नागरिक संहिता कानून से उत्तराखंड की महिलाएं सशक्त और आत्मनिर्भर बनेगी।
डॉ अग्रवाल ने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 44 में भी एक समान कानून का जिक्र है। वही हमारे संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर ने भी एक समान कानून की वकालत की थी। उन्होंने कहा कि हमारी भाजपा सरकार तथा उससे पूर्व जनसंघ ने भी एक समान कानून होने की पुरजोर पैरवी की थी।
इस मौके पर भाजपा नेता पुनीत मित्तल, रामगोपाल अग्रवाल, जैन सभा के प्रधान अरुण जैन, उप प्रधान बीके जैन, मंत्री अनिल जैन, उप मंत्री कमलदीप जैन, कोषाध्यक्ष दिनेश जैन, कार्यक्रम संयोजक महेंद्र जैन तथा अंकुर जैन आदि जैन समाज के लोग उपस्थित रहे।