नई दिल्ली: एयरबस डिफेंस एंड स्पेस (Airbus) द्वारा निर्मित C-295 विमान दुनियाभर में सैन्य ऑपरेशन, कार्गो और चिकित्सा निकासी (मेडिकल एवाक्यूएशन) में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इन विमानों की लचीलापन, बेहतरीन प्रदर्शन और लागत प्रभावशीलता के चलते 20 से अधिक देशों, जैसे स्पेन, पोलैंड, ब्राजील, मिस्र, आदि की सेनाएं इनका उपयोग कर रही हैं।
भारत और स्पेन का सहयोग: 56 विमानों का निर्माण
स्पेन और भारत ने 56 C-295 विमान बनाने का समझौता किया है, जिसके तहत 16 विमान स्पेन में और शेष 40 विमान भारत में टाटा एडवांस सिस्टम्स लिमिटेड द्वारा बनाए जाएंगे। इन विमानों का उपयोग सैनिकों, हथियारों, ईंधन और अन्य सैन्य हार्डवेयर की परिवहन में किया जाएगा।
गुजरात में बनेगी टाटा-एयरबस फैक्ट्री
गुजरात के वडोदरा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज़ टाटा-एयरबस की फैक्ट्री का उद्घाटन करेंगे, जहां C-295 विमानों का निर्माण होगा। यह पहला मौका है जब भारत में किसी निजी कंपनी द्वारा सैन्य विमान बनाए जाएंगे।
C-295 की खूबियां
रेंज: 5,000 किमी
पेलोड क्षमता: 9,250 किलोग्राम
रफ्तार: अधिकतम 484 किमी प्रति घंटा
उड़ान संचालन: छोटे और कच्चे रनवे पर भी
कॉकपिट और नेविगेशन सिस्टम: अत्याधुनिक
क्रू: 2 व्यक्ति
सैनिकों की क्षमता: 73 सैनिक
विमान का आकार: लंबाई 80 फीट, विंग स्पैन 84.8 फीट, ऊंचाई 28.5 फीट
C-295 विमान वाहनों, हेलीकॉप्टरों और बड़े कार्गो को ले जाने, घायल सैनिकों को सुरक्षित निकालने, खुफिया मिशन संचालित करने, और प्राकृतिक आपदाओं के दौरान राहत सामग्री पहुंचाने जैसे कार्यों में उपयोगी सिद्ध होता है।