फतेहपुर। नगर पालिका परिषद की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर बनाई जा रही सपा नेता हाजी रजा की विवादित तीन मंजिला बिल्डिंग पर मंगलवार, 27 अगस्त को बुलडोजर चला। कड़ी सुरक्षा के बीच, पुलिस की मौजूदगी में इस इमारत को ध्वस्त कर दिया गया। हाजी रजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ टिप्पणी करने के कारण भी चर्चाओं में रह चुके हैं।
कड़ी सुरक्षा में हुआ विध्वंस
फतेहपुर के बाकरगंज में स्थित इस इमारत को ध्वस्त करने के लिए 10 पुलिस स्टेशनों के कर्मियों को तैनात किया गया था। उपमंडल मजिस्ट्रेट प्रदीप रमन और सर्कल अधिकारी सुशील कुमार दुबे ने दो बुलडोजरों के साथ इस विध्वंस का निरीक्षण किया। अधिकारियों के अनुसार, बिल्डिंग का निर्माण गलत मानचित्र के आधार पर किया गया था, जिसके कारण यह कार्रवाई की गई।
भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे हाजी रजा
हाजी रजा और उनके सहयोगियों की संपत्ति की समीक्षा के लिए दो महीने पहले एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया था। पूर्व विधायक विक्रम सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से रजा के कथित आपराधिक इतिहास और आरोपों की जांच के लिए एसआईटी गठित करने का आग्रह किया था। रजा पर भ्रष्टाचार और आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने के आरोप हैं।
विवादित निर्माण
बताया जा रहा है कि यह बिल्डिंग नगर पालिका परिषद की जमीन पर बनाई जा रही थी और इसका निर्माण नक्शे के अनुसार नहीं हो रहा था। सपा नेता हाजी रजा के खिलाफ पहले से दर्जनों आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। इसी तरह, पिछले गुरुवार को मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में कांग्रेस पदाधिकारी शहजाद अली का घर भी ध्वस्त कर दिया गया था।