उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में शनिवार को विवादित माने जाने वाले ‘मामा-भांजे’ रेस्टोरेंट को नगर निगम ने ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई 26 सितंबर, 2024 को बजरंग दल द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों के बाद की गई है।
बजरंग दल के आरोप
बजरंग दल का आरोप था कि रेस्टोरेंट के मालिक, मुबीन अहमद, जो मुस्लिम हैं, उन्होंने अपनी असली पहचान छिपाकर हिंदू बनकर इस रेस्टोरेंट को सालों से चला रहे थे। इसके अलावा, यह भी दावा किया गया कि रेस्टोरेंट में वेज खाने के नाम पर नॉनवेज परोसा जा रहा था, जिससे लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हो रही थीं।
अवैध निर्माण का हवाला
नगर निगम ने रेस्टोरेंट को ध्वस्त करने के पीछे अवैध निर्माण का हवाला दिया, जिसमें कई नियमों का उल्लंघन किया जा रहा था। हालांकि, इस कार्रवाई के बाद कानपुर में तनाव का माहौल बन गया है। कई संगठनों ने इसे धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाला कदम बताया, जबकि कुछ लोग इस कदम का समर्थन कर रहे हैं।
मालिक की पहचान पर उठे सवाल
रेस्टोरेंट के पूर्व कर्मचारी छोटू वर्मा ने बताया कि मुबीन अहमद हमेशा तिलक लगाकर रहते थे, ताकि लोग उन्हें हिंदू समझें। जब 26 सितंबर को यह मामला सामने आया, तो पुलिस ने रेस्टोरेंट को तुरंत बंद कर दिया था। बजरंग दल और स्थानीय लोगों ने लगातार कड़ी कार्रवाई की मांग की, जिसके बाद नगर निगम ने रेस्टोरेंट पर बुलडोजर चलाया।