नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार (23 अप्रैल) को कांग्रेस पर जम्मू-कश्मीर मुद्दे को लेकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सबसे पुरानी पार्टी अनुच्छेद 370 पर कायम है और रद्द होने तक इसे मां की गोद में एक बच्चे की तरह पाला. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा इसे 5 अगस्त, 2019 को रद्द कर दिया था.
महाराष्ट्र के अकोला में शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के पीएम मोदी के आह्वान पर सवाल उठाने के लिए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर भी हमला बोला. शाह ने कहा, ‘खड़गे जी ने सवाल किया कि महाराष्ट्र और राजस्थान के लोगों का कश्मीर से क्या लेना-देना है. खड़गे साहब शायद नहीं जानते कि अकोला के हर युवा को जम्मू-कश्मीर की उतनी ही चिंता है जितनी खुद केंद्र शासित प्रदेश के लोगों की. मोदी जी ही थे, जिन्होंने धारा 370 को इतिहास बनाने के बाद कश्मीर को देश का अभिन्न अंग बनाने का मार्ग प्रशस्त किया.’
शाह ने कहा, ‘जैसा कि हम सभी जानते हैं, कांग्रेस धारा 370 का पालन करती रही और उसकी रक्षा करती रही पिछले 70 वर्षों में और जब तक आपने मोदी जी को दूसरी बार प्रधानमंत्री नहीं चुना, तब तक यह इतिहास में नहीं लिखा गया था. विपक्ष के दावों पर परोक्ष रूप से पलटवार करते हुए कि बीजेपी के नेतृत्व वाला राजग तीसरी बार भारी बहुमत से निर्वाचित होने पर संविधान में बदलाव लाएगा, शाह ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनावों में निर्णायक जनादेश हासिल करने के बावजूद, केंद्र ने इसे हटाने के लिए इसका इस्तेमाल किया.
उन्होंने आगे कहा, ‘सोनिया-मनमोहन सिंह सरकार के तहत, पाकिस्तान हर दिन हमारे खिलाफ हमले करता था और वे अपनी वोट बैंक की राजनीति को आगे बढ़ाने के लिए बेफिक्र रहते थे. जब पुलवामा और उरी पर हमला हुआ, तो बीजेपी के सत्ता में आने के बाद, हमने करारा जवाब दिया. पीएम मोदी के नेतृत्व में, हमने पाकिस्तान में घुसकर आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल और हवाई हमले किए और महाराष्ट्र से नक्सलवाद के खतरे को भी खत्म किया.’