क्या अवैध नागरिकों को खोज पाएगा प्रशासन
मथुरा। केंद्र सरकार द्वारा जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 26 हिंदू पर्यटकों की आतंकवादियों के द्वारा निर्मम हत्या के बाद में देश में अधिकृत रूप से रह रहे पाकिस्तान के नागरिकों का वीजा रद्द कर दिया और उन्हें 48 घंटे में देश छोड़ने के लिए कहा गया। भारत सरकार के गृहमंत्री अमित शाह ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्री से बात करके उनके राज्यों में वैध रूप से रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को वहां से पाकिस्तान भेजने के लिए कहा और इन प्रदेशों में अवैध रूप से रह रहे नागरिकों की पुलिस के द्वारा खोजबीन करने के लिए आदेश दिया। जिसमें राज्यों ने अपने-अपने राज्यों में कार्रवाई शुरू कर दी है जिसका नमूना हमें कल रात दिखा और गुजरात पुलिस द्वारा एक अभियान चलाया जिसमें 400 अवैध बांग्लादेशी को उन्होंने पकड़ा लेकिन अभी तक उत्तर प्रदेश के किसी जिले से इस प्रकार की कोई खबर सामने नहीं आ रही है।
मथुरा वृंदावन में भी अवैध रूप से पाकिस्तानी,रोहंगिया और बांग्लादेशी रहते हैं ।यह लोग यहां से पाकिस्तान जाते रहते हैं और उनके रिश्तेदार वहां से यहां आते रहते हैं। मथुरा बड़ा सेंसिटिव जिला है इसके एक बगल में हरियाणा का मेवात लगता है और दूसरी तरफ राजस्थान का डीग जिला लगता है । यह धार्मिक शहर होने के कारण आतंकवादियों में पहले से ही हिट लिस्ट में शामिल रहा है और यहां पहले भी अवैध रूप से रहने वाले नागरिक पकड़े गए हैं लेकिन वर्तमान में अभी तक जिला प्रशासन एल आई यू, खुफिया एजेंसियों ने इस दिशा में क्या किया है ,कितने लोग अवैध रुप से मथुरा में रह रहे हैं कोई ठोस कार्रवाई सामने नहीं आईं है।
आज भी नगर निगम मथुरा वृंदावन के अंतर्गत आने वाली कच्ची कॉलोनियो और पंचायतों में यह लोग भारी मात्रा में रह रहे हैं और यह लोग झुंड बनाकर रहते हैं। यह लोग कचरा आदि उठाकर अपना जीवन यापन करते है। हिंदूवादी नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस समस्या को एक गंभीर विषय बताया है और कहां है कि जिला प्रशासन को इसके ऊपर तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करनी चाहिए।जो लोग भी ब्रिज क्षेत्र में अवैध रूप से रह रहे हैं उनको पुलिस प्रशासन द्वारा पकड़ कर उनके देश वापस भेजना चाहिए। यह लोग यहां पर समाज में अराजकता फैला रहे हैं जिससे इस धार्मिक नगरी का माहौल खराब हो रहा है।