नई दिल्ली। बिहार में बीजेपी ने भोजपुरी गायक पवन सिंह को NDA के आधिकारिक उम्मीदवार के खिलाफ स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए निष्कासित कर दिया है. पार्टी ने उनपर अनुशासनात्मक कार्रवाई की है. पवन सिंह ने पहले स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में काराकाट लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के अपने फैसले की घोषणा की थी.
पवन सिंह ने पहले स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में काराकाट लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के अपने फैसले की घोषणा की थी. हालांकि, माना जा रहा था कि पवन सिंह बीजेपी के सदस्य हैं, लेकिन पार्टी सूत्र पहले इस मामले पर चुप रहे. गायक से नेता बने गायक ने कथित तौर पर स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने से पहले राष्ट्रीय जनता दल से टिकट मांगा था.
एक्स पर एक पोस्ट में पवन सिंह ने पहले लिखा था, ‘विकास ही विकास होगा. कोई शोर नहीं होगा. हम काराकाट को एक नई सुबह देंगे.’ इससे पहले पवन सिंह की मां प्रतिमा देवी ने बिहार की काराकाट लोकसभा सीट से अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली थी. राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा दक्षिण बिहार सीट से एनडीए उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं, जहां पवन सिंह ने पश्चिम बंगाल के आसनसोल से बीजेपी का टिकट ठुकराने के बाद चुनाव लड़ने का फैसला किया.
मां ने वापस ले लिया था नाम
भारत निर्वाचन आयोग ने प्रतिमा देवी के नाम वापस लेने की पुष्टि की है, जिन्होंने 14 मई को स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया था. अटकलें लगाई जा रही थीं कि दौड़ में उनका प्रवेश उनके बेटे के कहने पर हुआ था, जिसे अपना नामांकन खारिज होने का डर था. 17 मई को काराकाट सीट से नामांकन वापस लेने का अंतिम दिन था, जहां 1 जून को मतदान होना है.
एनडीए उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव लड़ने के पवन सिंह के फैसले की केंद्रीय मंत्री आरके सिंह सहित कुछ बीजेपी नेताओं ने आलोचना की थी, जो पड़ोसी आरा लोकसभा सीट से फिर से चुनाव की मांग कर रहे हैं.