केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाले राजग ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए झारखंड में सहयोगी दलों आजसू, जदयू और लोजपा के साथ सीट का बंटवारा पूरा कर लिया है। उन्होंने विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन को “भानुमति का कुनबा” जैसा स्वार्थी गठबंधन करार दिया। झारखंड चुनाव में सीट के बंटवारे को लेकर विपक्षी गठबंधन के बीच मतभेदों पर एक सवाल का जवाब देते हुए चौहान ने संवाददाताओं से कहा, “यह स्वाभाविक गठबंधन नहीं हैं। यह ‘भानुमति का कुनबा, कहीं की ईंट, कहीं का रोड़ा’ जैसा है। यह वैचारिक सहमति के बिना समान हितों वाले लोगों का समूह है। वे मोदी और भाजपा का विरोध करने के एकमात्र एजेंडे के साथ एकजुट हैं।”
चौहान ने लगाए ये आरोप
चौहान ने आरोप लगाया, “मोदी का विरोध करने के लिए ये अंधे लोग भारत की प्रगति और विकास में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं। वे जन कल्याण कार्यों पर भी संदेह करते हैं और (जवानों की) शहादत पर सवाल उठाते हैं। ये लोग अपने मतभेदों से जूझ रहे हैं। उन्हें देश के विकास में कोई दिलचस्पी नहीं है।”
झारखंड में सहयोगियों के साथ सीट-बंटवारे का काम पूरा
चौहान ने कहा कि इसके विपरीत भाजपा के नेतृत्व वाला राजग प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में एक सुविचारित गठबंधन है, जिसका लक्ष्य एक गौरवशाली भारत का निर्माण करना है। उन्होंने कहा, “विकास की दृष्टि से, हमने (राजग ने) झारखंड में अपने सहयोगियों के साथ सीट-बंटवारे का काम पूरा कर लिया है। हम आजसू, जदयू और लोजपा के साथ चुनाव लड़ रहे हैं।”
कांग्रेस ने जारी की पहली उम्मीदवारों की सूची
कांग्रेस ने झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के लिए 21 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची सोमवार रात जारी की, जिसमें वित्त मंत्री रामेश्वर ओरांव को लोहरदगा सीट से चुनाव लड़ने के लिए नामित किया गया है, जो अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है।
दूसरे चरण के चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू
झारखंड में विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण को लेकर अधिसूचना जारी होने के साथ 38 विधानसभा क्षेत्रों में 20 नवंबर को होने वाले चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया मंगलवार को शुरू हो गई। नामांकन प्रक्रिया 29 अक्टूबर तक जारी रहेगी तथा पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न तीन बजे तक आवेदन स्वीकार किए जाएंगे। झारखंड विधानसभा चुनाव दो चरणों में 13 और 20 नवंबर को होंगे। मतगणना 23 नवंबर को होगी।
मतदाताओं की संख्या
चुनाव में करीब 2.60 करोड़ मतदाताओं के मतदान करने की उम्मीद है, जिनमें 11.84 लाख पहली बार मतदान करने वाले मतदाता होंगे और 1.13 लाख दिव्यांग, तृतीय लिंग के व्यक्ति और 85 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिक होंगे। 2019 के विधानसभा चुनावों में मतदाताओं की कुल संख्या 2.23 करोड़ थी।