नई दिल्ली: केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने बुधवार को नई दिल्ली में प्रमुख प्लेटफॉर्म एग्रीगेटर्स के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की। बैठक का मुख्य उद्देश्य गिग और प्लेटफॉर्म वर्कर्स को सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकरण प्रक्रिया को तेज करना था।
डॉ. मांडविया ने इस बढ़ते कार्यबल की अनूठी आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए एक व्यापक सामाजिक सुरक्षा ढांचे की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने मंत्रालय को निर्देश दिया कि एक समर्पित समिति बनाई जाए, जो सभी हितधारकों के विचार प्राप्त कर गिग श्रमिकों के लिए एक मजबूत सामाजिक सुरक्षा प्रणाली तैयार करने पर काम करेगी।
बैठक में अर्बन कंपनी, स्विगी, ज़ोमैटो, ब्लिंकिट, अमेज़न, ओला और उबर जैसे प्रमुख प्लेटफॉर्म एग्रीगेटर्स ने भाग लिया। इन सभी कंपनियों ने मंत्रालय की इस पहल का समर्थन किया और अपने श्रमिकों के पंजीकरण में सहायता करने की प्रतिबद्धता जताई।
डॉ. मांडविया ने अगले तीन महीनों के भीतर ई-श्रम पोर्टल पर अधिक से अधिक श्रमिकों को पंजीकृत करने का लक्ष्य निर्धारित किया। साथ ही, उन्होंने एग्रीगेटर्स से आग्रह किया कि वे अपने प्लेटफॉर्म से जुड़े सभी योग्य श्रमिकों को इस पंजीकरण अभियान का हिस्सा बनाएं।
इस बैठक में राष्ट्रीय करियर सेवा (एनसीएस) पोर्टल पर नौकरी के अवसरों को बढ़ाने और रोजगार सृजन के लिए भी जोर दिया गया। मंत्री ने एग्रीगेटर्स से अपनी नौकरी रिक्तियों को एनसीएस पोर्टल पर सूचीबद्ध करने के लिए प्रोत्साहित किया ताकि नौकरी चाहने वालों को व्यापक रोजगार अवसर मिल सकें।
मंत्रालय की इस पहल को उद्योग जगत के प्रतिनिधियों, जैसे फिक्की, सीआईआई, और अन्य संगठनों ने सराहा और गिग वर्कर्स के लिए बेहतर सामाजिक सुरक्षा के लिए अपना समर्थन व्यक्त किया।