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बांदा जेल अधीक्षक को मिली जान से मारने की धमकी , पुलिस ने किया गिरफ्तार

देहरादून। हिमालयी राज्य उत्तराखंड में उस वक्त हड़कंप मच गया जब बांदा जेल अधीक्षक को विदेशी नम्बर से एक्सचेन्ज से कॉल कर दी गई थी और जान से मारने की धमकी भी दी गई। हालांकि पुलिस ने अब आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। बताया जा रहा है कि आरोपी स्पेक्ट्रम इन्फो वेब सोल्यूशन प्रा०लि० के नाम से विदेशी कॉल डायवर्ट करने की कम्पनी चला रहा था।

मामले की जानकारी देते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने बताया कि 29 मार्च को उत्तर प्रदेश के जनपद बांदा कारागार के जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा, वरिष्ठ जेल अधीक्षक को देहरादून के लैंडलाइन नम्बर 0135-2613492 से जान से मारने की धमकी दी गई थी।

लैण्ड लाईन नम्बर देहरादून जनपद से सम्बन्धित और मामले में उत्तरप्रदेश पुलिस और डी०ओ०टी०, भारत सरकार ने एस०टी०एफ० से को बताई थी जिसके बाद एस०टी०एफ०, उत्तराखण्ड ने लैंडलाइन नम्बर की तहकीकात शुरू की तो यह नम्बर स्पेक्ट्रम इन्फो वेब सोल्यूशन प्रा०लि०, एमएम टावर के नाम से पंजीकृत पाया।
और जब पुलिस उस पते पहुंची तो इस लैण्डलाईन नम्बर के मालिक के बारें में कोई जानकारी नहीं मिली।

जिसके बाद एस०टी०एफ० टीम ने मैनुवल सूचना एवं पूर्व में जेल भेजे गये साइबर ठगों की जानकारी खंगालनी शुरू की तो गोपनीय जानकारी मिली कि अनुराग गुप्ता जो 18 संगम बिहार जीएमएस रोड़ थाना बसंत बिहार देहरादून का रहने वाला है( हाल निवासी मन्न० 11 प्रिय लोक कालोनी सेवला कला थाना पटेल नगर दे०दून ) ने “स्पेक्ट्रम इन्फो वेब सोल्यूशन प्रा०लि०” कम्पनी के नाम से करीब 500 नम्बर लिये है। जिनसे वह विदेशो की कॉल को इन्टरनेट पर मंगाकर भारतीय मोबाईल नम्बरो पर डायवर्ट कराता है और यह कार्य बहुत की गोपनीय तरीके से कर रहा है।

एस०टी०एफ० टीम ने उसके पते की सटीक जानकारी ली और जी०एम०एस० रोड, एमएम टावर के दूसरे तल पर छापा मारा जिसमें अनुराग गुप्ता पकड़ा गया। आरोपी अनुराग ने अपनी कम्पनी स्पेक्ट्रम इन्फो वेब सोल्यूशन प्रा०लि० का बोर्ड ना लगाकर अपनी पहचान छिपाने के लिये बाहर Vikrant Food Company and Doon Ites webbed Service के नाम से दो फ्लैक्सी बोर्ड लगा रखा था और कार्यालय के अन्दर ही छिपाकर कॉल एक्सचेन्ज सैट अप बनाया था।

उसनें एक्सचेन्ज सैट के लिये बी०एस०एन०एल० से 500 लैंडलाइन नम्बर का एस०आई०पी० कनेक्शन एवं इन्टरवेव टेक्नोलोजी से इन्टरनेट का कनेक्शन भी लिया है। मौके पर डी०ओ०टी० टीम भी तकनीकी सहयोग के लिए मौजुद रहीं।

पुलिस ने आरोपी के पास से 2 लैपटाप, 2 सर्वर, 2 सीपीयू, 1 मोनिटर, 2 मीडिया कन्वर्टर, 1 लाईन स्विच, 3 माडम. 7 जार्च व कनेक्टिंग तार, 1 प्रिंटर तथा 1 मोबाईल फोन भी बरामद किया है।

आरोपी अनुराग ने पूछताछ में बताया कि इस सर्वर सैटअप से वह विदेश से प्राप्त वीओआईपी काल को लैण्डलाइन / मोबाईल नम्बर पर रूट कराता है, जिसकी एवज में उसे चायना से कमीशन मिलता है। वर्ष 2015 में उसने चायना टेलीकाम कम्पनी में वेल्यू एडिट सर्विस का कार्य किया था जहां उसकी जान पहचान एमेंडा नामक महिला से हुई थी जो स्नो फ्लाई आनलाईन कम्पनी को संचालित करती थी और वह उससे आये दिन स्काईप एप्प पर और नार्मल आईएसडी काल के माध्यम से बातचित करती थी उसी के कहने पर उसने इन्टरनेट के माध्यम से इंटरनेशनल काल को लोकल काल में परिवर्तित कर इण्डिया एंव अन्य विदेशी स्थानों पर भेजना शुरू किया था जिसके लिए उसने लाखों रूपये कमाए।
आरोपी ने बताया कि अगस्त 2023 से दिसम्बर 2023 तक जीओ कम्पनी से नम्बर एंव नेट लिया लेकिन वहां से पकड़े जाने पर दिसम्बर 2023 में बीएसएनएल कम्पनी से सबसे पहले पीआरआई लाइन और एक राउटर लिया था यह लाईन चायना, हांगकांग, सिंगापुर मकाउ में स्नो फ्लाई आनलाईन कम्पनी से प्राप्त काल को कस्टमर तक भेजने लगा। इसके लिये उसने कुल 500 नम्बर लिये गये है।

उसने बताया कि जनपद बांदा की घटना में कनाडा से एक मोबाईल नम्बर से कॉल आई जिसे उसने जेल अधीक्षक के नम्बर पर डायवर्ट कर दिया था।

 

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