नई दिल्ली। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सोमवार, 7 अक्टूबर को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत की हिंदुओं से एकजुट होने की अपील पर कड़ी आलोचना की। निजामाबाद, तेलंगाना में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा, “मुसलमानों, हिंदुओं, दलितों, आदिवासियों, सिखों, ईसाइयों को असली खतरा नरेंद्र मोदी और मोहन भागवत से है।”
भागवत ने हिंदुओं से की थी एकजुट होने की अपील
भागवत ने रविवार, 6 अक्टूबर को राजस्थान के बारां में ‘स्वयंसेवक एकात्मकरण’ कार्यक्रम के दौरान कहा था, “हिंदू समाज को अपनी सुरक्षा के लिए एकजुट होना चाहिए और जाति, भाषा, तथा क्षेत्रीय मतभेदों को खत्म करना चाहिए।” इस पर प्रतिक्रिया देते हुए ओवैसी ने कहा कि भागवत हिंदुओं को एकजुट करने की बात कर रहे हैं, जबकि असल समस्याएं बेरोजगारी और विकास से जुड़ी हुई हैं।
मोदी पर हमला
ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी जनसांख्यिकीय बदलाव की बातें करते हैं, जबकि देश गंभीर बेरोजगारी जैसी समस्याओं का सामना कर रहा है। उन्होंने चीन द्वारा भारत के 2,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पर कब्जे का आरोप लगाते हुए भागवत की चुप्पी पर भी सवाल उठाया।
इजराइल-फिलिस्तीन संघर्ष पर भी बोले ओवैसी
ओवैसी ने इजराइल-फिलिस्तीन संघर्ष का मुद्दा उठाते हुए प्रधानमंत्री मोदी से बेंजामिन नेतन्याहू पर युद्धविराम के लिए दबाव डालने की अपील की। उन्होंने कहा, “12-15 लाख फिलिस्तीनियों ने अपने घर खो दिए हैं, लेकिन वे मौत से नहीं डरते।”