नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में बुधवार को एक और आतंकवादी मारा गया. यह घटनाक्रम लश्कर-ए-तैयबा की शाखा टीआरएफ के एक शीर्ष कमांडर बासित डार को मुठभेड़ में सुरक्षा बलों द्वारा मारे जाने के एक दिन बाद हुआ है. डार सुरक्षा एजेंसियों की ‘मोस्ट वांटेड सूची’ में था और उस पर 10 लाख रुपये का इनाम था.
इस मामले को लेकर कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक ने कहा कि वह पुलिस कर्मियों और नागरिकों की हत्या के 18 से ज्यादा मामलों में शामिल था. सुरक्षा बलों ने इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद सोमवार देर रात कुलगाम के रेडवानी इलाके में घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया था.
ऑपरेशन मंगलवार को भी जारी रहा, जिसके बाद हुई गोलीबारी में दो आतंकवादी मारे गए. बुधवार को इलाके में एक आतंकवादी और सुरक्षा बलों के बीच ताजा गोलीबारी हुई और तीसरा आतंकवादी भी ढेर हो गया. तीसरे आतंकी की पहचान मोमिन मीर के तौर पर हुई. बासित डार अपने एक साथी के साथ मंगलवार को मारा गया, जबकि मीर सुरक्षा बलों से बचता रहा और एक घर की ऊपरी मंजिल पर छिप गया.
सुरक्षा बलों ने बुधवार को भी तलाशी अभियान जारी रखा और आखिरकार तीसरे आतंकवादी को मार गिराया. इस बीच, सुरक्षा बलों ने शनिवार को भारतीय वायुसेना के काफिले पर हमले के लिए जिम्मेदार आतंकवादियों को पकड़ने के लिए पुंछ और राजौरी जिलों में तलाशी अभियान तेज कर दिया है. हमले में एक कॉर्पोरल रैंक के कर्मी की जान चली गई थी.