नई दिल्ली। आरएलजेपी (RLJP) के अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने मोदी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि बीते दिन एनडीए गठबंधन ने बिहार लोकसभा के लिए 40 उम्मीदवारों की लिस्ट की घोषणा की। हमारी पार्टी के पांच सांसद थे और मैंने पूरी ईमानदारी से काम किया। हमारे और हमारी पार्टी के साथ अन्याय हुआ है। इसलिए मैं केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा देता हूं।
उन्होंने इससे पहले भी बीजेपी पर अपने एलजेपी गुट के साथ न्याय नहीं करने का आरोप लगाया था और संकेत दिया था कि वह सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से बाहर निकल सकते हैं। उन्होंने कहा था कि वे कहीं भी जाने के लिए स्वतंत्र हैं और दरवाजे खुले हैं। उनका ये बयान तब आया जब बीजेपी ने उनके भतीजे चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी के साथ सीट-बंटवारे का समझौता किया।
लोक जनशक्ति पार्टी, जिसका नेतृत्व राम विलास पासवान ने किया था, 2020 में उनके निधन के बाद दो भागों में विभाजित हो गई। उनके भाई पारस राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (RLJP) का नेतृत्व करते हैं और उनके बेटे चिराग पासवान लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) का नेतृत्व करते हैं, दोनों ही राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के साथ गठबंधन में हैं।