10 लाख से भी अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना जताई गई
गर्भगृह को दर्शन के लिए खोले रखने का निर्णय लिया गया
भीड़ को नियंत्रित करने का किया गया पूरा प्रबंध
वाराणसी। महाशिवरात्रि पर होने वाली मंगल आरती के बाद वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर 36 घंटे खुला रहेगा। मंदिर पदाधिकारियों ने त्योहार के मौके पर 10 लाख से भी अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना जताई है, जिसे ध्यान में रखते हुए गर्भगृह को दर्शन के लिए खोले रखने का निर्णय लिया गया है। मंदिर प्रबंधन ने भीड़ को नियंत्रित करने का पूरा प्रबंध भी कर लिया है। मंदिर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने कहा, श्रद्धालु चार कतारों में मंदिर के दर्शन कर सकेंगे। वे 9 मार्च सुबह 11 बजे तक झरोखा दर्शन कर सकेंगे। इस अवधि में स्पर्श-दर्शन (शिवलिंग को छूकर प्रार्थना करना) की व्यवस्था उपलब्ध नहीं होगी।
उन्होंने कहा, इस मौके पर श्रद्धालुओं के लिए वीआईपी टिकट की सुविधा नहीं रहेगी और आम श्रद्धालुओं को किसी वीआईपी दर्शन की वजह से परेशान नहीं किया जाएगा। काशी विश्वनाथ मंदिर के नवीनीकरण और प्रधानमंत्री द्वारा 13 दिसंबर 2021 को इसका उद्घाटन किए जाने के बाद यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में तेजी दर्ज की गई है। आमतौर पर यहां नव वर्ष, महाशिवरात्रि और श्रावण के माह में अधिक श्रद्धालु आते हैं।
बता दें कि पिछले साल महाशिवरात्रि के मौके पर यहां 6.88 लाख श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचे थे। अधिकारियों ने इस महाशिवरात्रि पर बहुत अधिक संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना जताई है।