रांची। भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह रांची में खेले जाने वाले चौथे टेस्ट में टीम का हिस्सा नहीं होंगे। यह मुकाबला 23 फरवरी से शुरू होने वाला है और सीरीज में रोहित शर्मा की टीम 2-1 से बढ़त ले चुकी है। बुमराह इस सीरीज में कमाल के फॉर्म में चल रहे हैं। ऐसे में उनकी जगह को भरना किसी भी गेंदबाज के लिए बहुत बड़ी चुनौती होगी।
बुमराह के लिए यह सीरीज कमाल की रही है। वह 13.64 की औसत के साथ 17 विकेट लेने में कामयाब रहे हैं। वह मौजूदा सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं।अब तक उन्होंने सीरीज में 80.5 ओवर गेंदबाजी की है। इसी कारण टीम प्रबंधन उन्हें आराम देना चाहता है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि मोहम्मद सिराज के साथ दूसरे तेज गेंदबाज के रूप में अंतिम एकादश में किसे जगह मिलती है।
तेज गेंदबाज मुकेश कुमार इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच का हिस्सा थे। हालांकि, उन्होंने केवल 1 विकेट स्पिन गेंदबाज शोएब बशीर का लिया था।वह सीरीज का तीसरा मुकाबला नहीं खेले और बिहार के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच में बंगाल की टीम का हिस्सा बने। मुकेश ने उस मुकाबले में शानदार गेंदबाजी करते हुए 10 विकेट (4/18 और 6/32) लिए। ऐसे में बुमराह की जगह इस खिलाड़ी को मौका मिल सकता है।
इस सीरीज के आखिरी 3 टेस्ट मैचों के लिए अनकैप्ड तेज गेंदबाज आकाश दीप ने आवेश खान की जगह ली।बंगाल के तेज गेंदबाज ने इंग्लैंड लायंस के खिलाफ हाल ही में समाप्त हुई अनौपचारिक टेस्ट सीरीज में इंडिया-ए के लिए शानदार प्रदर्शन किया था।उन्होंने अहमदाबाद में दूसरे मैच में 4/46 और 2/57 के आंकड़े दर्ज किए थे। 27 वर्षीय खिलाड़ी ने तीसरे मैच में 4/56 और 1/47 के आंकड़ों के साथ सीरीज खत्म की थी।
आवेश ने भारतीय टीम के लिए टी-20 क्रिकेट में 19 और वनडे क्रिकेट में 9 विकेट लिए हैं। वह अभी तक एक भी टेस्ट मैच नहीं खेल पाए हैं।पहले 2 मैच में वह टीम का हिस्सा भी थे।वह मौजूदा रणजी ट्रॉफी में सिर्फ 4 विकेट लेने में ही सफल हो पाए हैं। हालांकि, पिछले सीजन वह मध्य प्रदेश के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे (20.13 की औसत से 38 विकेट)।
36 वर्षीय उमेश यादव ने आखिरी बार भारतीय टीम के लिए साल 2023 का विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल खेला था। हालांकि, रांची के महत्वपूर्ण मैच के लिए उन्हें वापस बुलाया जा सकता है। उन्होंने मौजूदा रणजी सीजन में विदर्भ के लिए 24.18 की औसत से 22 विकेट लिए हैं। इसके अलावा वह घरेलू सरजमीं पर टेस्ट क्रिकेट में 25.88 की औसत से 101 विकेट लेने में कामयाब रहे हैं।