नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील फली एस नरीमन का 95 साल की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने बुधवार को आखिरी सांस ली। उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख जताया है। नरीमन ने 1950 में बॉम्बे हाईकोर्ट से वकालत शुरू की थी। अपने पूरे करियर के दौरान, नरीमन कई ऐतिहासिक मामलों से जुड़े रहे। उन्होंने एक आत्मकथा – व्हेन मेमोरी फ़ेड्स – भी प्रकाशित की, जिसमें उन्होंने एक अध्याय भोपाल गैस रिसाव मामले को समर्पित किया। 38 से भी कम उम्र में उन्होंने हाई कोर्ट के जज बनने के निमंत्रण को ठुकरा दिया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘फली नरीमन सबसे उत्कृष्ट कानूनी दिमाग और बुद्धिजीवियों में से थे। उन्होंने अपना जीवन आम नागरिकों के लिए न्याय को सुलभ बनाने के लिए समर्पित कर दिया। उनके निधन से मुझे दुख हुआ है। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।’