प्रयागराज। लोकसभा चुनाव के लिए कवायद तेज होती जा रही है। उत्तर प्रदेश कई लिहाज़ से बहुत अहम है। इसलिए राजनीतिक दल यूपी में भी दम लगा रहे हैं।समाजवादी पार्टी कांग्रेस के साथ है। मायावती किधर जाएँगी, अभी तक ये तय नहीं है। एक समय था जब मायावती सोनिया गांधी से गले मिली थीं। 2018 में कर्नाटक में कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण की ये तस्वीर काफी चर्चा में रही थी। इस बीच अब कांग्रेस ने बहुजन समाज पार्टी को लेकर बड़ा बयान दिया है। कांग्रेस ने कहा कि बसपा के लिए विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के दरवाजे खुले हैं और अब मायावती को तय करना है कि वह आगामी लोकसभा चुनाव भाजपा के खिलाफ एकजुट होकर लड़ना चाहती हैं या अकेले अपने दम पर।
कांग्रेस महासचिव अविनाश पांडेय ने कहा कि विपक्षी ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस’ (INDIA) खुले दिल से चाहता है कि बसपा भी इस गठबंधन का हिस्सा बने, लेकिन मायावती पहले ही घोषणा कर चुकी हैं कि उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव अकेले लड़ेगी। राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण माने जाने वाले राज्य उत्तर प्रदेश में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान अविनाश पांडे ने कहा कि कांग्रेस ‘पूरे दिल से’ समाजवादी पार्टी का समर्थन कर रही है। उन्होंने विश्वास जताया कि लोकसभा चुनावों के लिए राज्य में सीट-बंटवारे पर जल्द ही गतिरोध को दूर कर समझौते को अंतिम रूप दे दिया जाएगा।
कांग्रेस यूपी अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस-सपा गठबंधन उत्तर प्रदेश में उन छोटे दलों के साथ भी बातचीत कर रहा है, जो लोकसभा चुनाव में भाजपा से मुकाबला करने के लिए विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ में शामिल होंगे. उन्होंने जोर देकर कहा कि इस महीने के अंत तक सभी मुद्दों को सुलझा लिया जाएगा. उनमें (छोटे दलों) से कुछ बिना शर्त शामिल हो रहे हैं और कुछ दलों को कुछ अधिक उम्मीदें हैं, इसलिए (उत्तर प्रदेश में सीट-बंटवारे को अंतिम रूप देने में) थोड़ा समय लग रहा है, लेकिन इस महीने के अंत तक सभी मुद्दों को सुलझा लिया जाएगा.’’
यह पूछे जाने पर कि क्या बसपा भविष्य में गठबंधन का हिस्सा बन सकती है, अविनाश पांडे ने कहा- ‘विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ पूरे दिल से चाहता है कि बसपा इस गठबंधन का हिस्सा बने, लेकिन जैसा कि आप जानते हैं कि मायावती जी पहले ही घोषणा कर चुकी हैं कि वह अकेले चुनाव लड़ेंगी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘गठबंधन में शामिल होना उन पर निर्भर है लेकिन विपक्षी गुट ‘इंडिया’ के दरवाजे मायावती जी के लिए हमेशा खुले हैं. अगर वह चाहें तो भाजपा से लड़ने के लिए गठबंधन में शामिल हो सकती हैं.’’
बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा, ‘आगामी लोकसभा आमचुनाव बीएसपी द्वारा किसी भी पार्टी से गठबंधन नहीं करने की बार-बार स्पष्ट घोषणा के बावजूद आएदिन गठबंधन सम्बंधी अफवाह फैलाना यह साबित करता है कि बीएसपी के बिना कुछ पार्टियों की यहाँ सही से दाल गलने वाली नहीं है, जबकि बीएसपी को अपने लोगों का हित सर्वोपरि है’