अब सड़क हादसों में मदद करने वालों को मिलेगा सम्मान और पुरस्कार
वंशिका
सड़कें सिर्फ एक जगह से दूसरी जगह पहुंचने का जरिया नहीं, बल्कि ये हमारे जीवन की रफ्तार को भी दर्शाती हैं। लेकिन आज यही सड़कें हजारों ज़िंदगियाँ निगल रही हैं। भारत में सड़क दुर्घटनाएँ एक सामान्य और बढ़ती समस्या बन चुकी हैं, जिनमें हर दिन सैकड़ों लोग घायल या अपनी जान गंवा देते हैं। ये हादसे न केवल घायल व्यक्ति की जिंदगी तबाह करते हैं, बल्कि उनके परिवारों की खुशियाँ भी छीन लेते हैं। दुर्घटना के बाद अक्सर लोग मदद करने से डरते हैं। कई बार उन्हें पुलिस पूछताछ या कानूनी परेशानियों का डर होता है, तो कुछ झिझक की वजह से पीछे हट जाते हैं। इस वजह से घायल को समय पर जरूरी मदद नहीं मिल पाती, जिससे कई जानें बचाई जा सकती थीं, वो भी चली जाती हैं।
यह स्थिति न केवल एक सामाजिक समस्या है, बल्कि हमारी इंसानियत पर भी सवाल उठाती है। इसी समस्या को दूर करने और लोगों को मदद के लिए प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने राह-वीर योजना जैसी महत्वपूर्ण पहल शुरू की है। इस योजना का उद्देश्य घायल लोगों को दुर्घटना के “गोल्डन आवर” यानी पहले एक घंटे के भीतर अस्पताल पहुंचाने के लिए आम जनता को प्रोत्साहित करना है। जो भी व्यक्ति इस समयावधि में घायल की मदद करता है, उसे सरकार की ओर से पुरस्कार और सम्मान दिया जाएगा। यह योजना न केवल ज़िंदगियाँ बचाने में मददगार है, बल्कि समाज में सहानुभूति और इंसानियत की भावना को भी बढ़ावा देती है। राह-वीर योजना एक प्रभावशाली पहल है जो सड़क दुर्घटनाओं से होने वाले नुकसान को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
उत्तराखंड सरकार ने नई राहवीर योजना लागु की है जो 21 अप्रैल से शुरू होकर 31 मार्च 2026 तक लागू रहेगी। योजना के तहत घायल व्यक्ति को गोल्डन ऑवर में अस्पताल में पहुंचआने और एक या एक से अधिक लोगों की जान बचाने वाले राह-वीर को राज्य स्तर पर 25 हजार का पुरस्कार दिया जायेगा, और ३ लोगो के नाम राष्ट्रीय स्तर पर भी भेजे जायंगे शासन ने सभी जिला अधिकारियो को पत्र भेज कर पुरस्कार देने का आदेश दे दिया है। राह-वीरों का चयन जिला स्तर पर कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा किया जायेगा, यह समिति थाना, अस्पताल और ट्रॉमा सेंटर से प्राप्त सूचनाओं के आधार पर प्रत्येक प्रकरण की समीक्षा करती है।योजना के तहत एक राह-वीर को अधिकतम पांच बार सम्मानित किया जा सकता है।राह-वीर की जानकारी केवल पुरस्कार के लिए उपयोग में लाई जाएगी, तो आप भी किसी की जान बचाकर इस नेक पहल का हिस्सा बने, हो सकता है आपकी मदद किसी की आखिरी उम्मीद हो — राह-वीर बनिए, किसी की ज़िंदगी बचाइए और इस सराहनीय योजना का हिस्सा बनकर सरकार से सम्मान पाइए।