मथुरा( सतीश मुखिया):काशी विद्वत् परिषद् पश्चिमी भारत प्रभारी आचार्य कार्ष्णी
नागेन्द्र महाराज के सानिध्य में वृंदावन के अनेक धर्माचार्य साधु संतों ने कश्मीर में हुए नर संहार पर भारी रोष प्रकट किया।नागेन्द्र महाराज ने कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि जिस तरह धर्म के आधार पर हमारे हिंदू भाइयों को मारा गया तो हम लोग भी धर्म के आधार पर चयनित कर मुस्लिमों का सब प्रकार से बहिष्कार करेंगे।हिंदुओं पर अब अत्याचार मंजूर नहीं है।प्रधानमंत्री गृहमंत्री से मांग करते हैं भारत के हिन्दू युवाओं को हथियार के साथ प्रशिक्षण दिया जाये ,जिससे वह अपने परिवार की रक्षा एवं भारत वासियों की रक्षा कर सके।कृष्ण चंद्र शास्त्री (ठाकुर जी) ने कहा कि कश्मीर में हुई घटना से मेरा हृदय आहत हुआ है, जिसने भी इस घटना को अंजाम दिया है उनके लिए मृत्यु दंड से कम का तो कोई प्रावधान ही नहीं।सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
क्रांतिकारी डॉ सत्यमित्रानंद महाराज ने कहा जिसने भी नापाक कायराना हरकत की है उसके लिए सरकार सख्त कार्रवाई करने जा रही है जल्द ही भारत सरकार आतंकियों का खात्मा करेगी।संजीव कृष्ण ठाकुर जी ने कहा अब समय आ गया है। अपनी आत्म रक्षा के लिए कुछ करने का, भारत में हिंदुओं को लगातार टार्गेट किया जा रहा है,अब भाई चारा की कोई बात नहीं होगी।पूरे भारत में हिंदुओं को निशाने पर लिया जा रहा है ।
आचार्य मृदुलकांत महाराज ने कहा कि हमको सबसे ज़्यादा खतरा देश के और वृंदावन में ही रह रहे कुछ जय चंदों से है, जो लोग हिंदू होकर भी निरंतर आज भारत सरकार का ही विरोध कर रहे हैं।सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहे हैं ऐसे लोगों के खिलाफ भी सख्त कार्यवाही होनी चाहिए जो कि आतंकवाद के लिए एक शब्द नहीं लिखते और सरकार को छाती पीट पीट कर कोस रहे हैं।सभा में महामंडलेश्वर स्वामी नीलमणि दास महाराज, स्वामी हरि कृष्णानंद सरस्वती महाराज, आचार्य सुमन्त कृष्ण शास्त्री,आचार्य हरिहर मुदगल शास्त्री जी, आचार्य अशोक कृष्ण शास्त्री, राम मोहन शर्मा, गोविन्द खंडेलवाल आदि उपस्थित रहे।