नई दिल्ली:अगले साल होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर राजधानी दिल्ली की राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर एक बार फिर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने शुक्रवार को आरोप लगाया कि दिल्ली में भाजपा के नेता वोटर लिस्ट से मतदाताओं के नाम हटा रहे हैं और इनकी संख्या हजारों में हो सकती है।
11,000 मतदाताओं के नाम हटाने का आरोप
केजरीवाल ने शुक्रवार को दावा किया कि भाजपा ने शाहदरा विधानसभा क्षेत्र में 11,018 मतदाताओं के नाम हटाने के लिए एक आवेदन दायर किया है। केजरीवाल ने कहा, “हमने जब 500 नामों पर उस आवेदन को क्रॉस-चेक किया, तो 75 प्रतिशत लोग वहां अब भी रह रहे थे, लेकिन उनके नाम चुनावी सूची से हटाए जा सकते हैं।”
उन्होंने आरोप लगाया कि यह कदम ‘आप’ के समर्थकों को निशाना बनाने के लिए उठाया गया है। केजरीवाल ने बताया कि शाहदरा विधानसभा क्षेत्र में 2020 के विधानसभा चुनाव में ‘आप’ ने करीब 5,000 वोटों से जीत हासिल की थी, और अब वहां 11,000 मतदाताओं के नाम हटाए जा रहे हैं, जिनमें से अधिकांश ‘आप’ समर्थक हैं।
दिल्ली में फिर सत्ता बरकरार रखने का विश्वास
केजरीवाल ने अपनी पार्टी के चुनावी प्रचार को तेज करते हुए दावा किया कि आगामी विधानसभा चुनावों में ‘आप’ फिर से दिल्ली में सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा, “हमारा विश्वास है कि हम 2020 के विधानसभा चुनावों से भी अधिक सीटों पर जीत हासिल करेंगे।”
पूर्वी दिल्ली के विश्वास नगर इलाके में पदयात्रा के दौरान केजरीवाल ने कहा कि यहां कोई विकास नहीं हुआ है, हालांकि दिल्ली में ‘आप’ की सरकार है, लेकिन स्थानीय विधायक भाजपा से हैं।
निर्वाचन आयोग से पारदर्शिता की अपील
केजरीवाल ने निर्वाचन आयोग से अपील की है कि वह सभी आवेदनों को अपनी वेबसाइट पर अपलोड करे, ताकि चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहे।
इस आरोप और दावे के बाद दिल्ली के राजनीतिक माहौल में और भी गर्मी आ गई है, और सभी की नजरें अगले साल होने वाले चुनावों पर हैं।