नई दिल्ली। हाल ही में राजनीति में कदम रखने वाली अभिनेत्री कंगना रनौत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पीछे खड़ी महिला सुरक्षाकर्मी की तस्वीर अपनी इंस्टा स्टोरी पर साझा की। इस तस्वीर ने सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोरीं और इसे नारी शक्ति की मिसाल बताया जाने लगा।
क्या वाकई पहली बार SPG में महिला कमांडो?
सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने दावा किया कि यह पहली बार है जब प्रधानमंत्री की सुरक्षा में महिला SPG (स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप) कमांडो को तैनात किया गया है। हालांकि, सूत्रों के मुताबिक, SPG में महिलाओं की तैनाती कोई नई बात नहीं है।
SPG में महिलाओं का योगदान
SPG के गठन के शुरुआती दौर से ही महिला कमांडो प्रधानमंत्री की सुरक्षा में शामिल रही हैं। पहले ये विशेष रूप से एडवांस्ड डिप्लॉयमेंट के तहत संसद और अन्य संवेदनशील स्थानों पर तैनात होती थीं। इनका मुख्य कार्य महिला मेहमानों की निगरानी और सुरक्षा सुनिश्चित करना था।
वायरल तस्वीर की सच्चाई:
तस्वीर संसद भवन के अंदर की है, जहां महिला सुरक्षाकर्मी एडवांस्ड डिप्लॉयमेंट के तहत तैनात थीं। ये सुरक्षाकर्मी गेस्ट की फ्रिस्किंग और निगरानी जैसे कार्य करती हैं। हालांकि, तस्वीर में दिख रही महिला के पद और भूमिका की पुष्टि नहीं हुई है।
महिला कमांडो की विस्तारित भूमिका
2015 के बाद महिला SPG कमांडो को क्लोज प्रोटेक्शन टीम (CPT) में भी शामिल किया गया। अब ये प्रधानमंत्री के आसपास सुरक्षा घेरा बनाने के अलावा विदेश यात्राओं में भी शामिल होती हैं। वहां ये एडवांस्ड सेक्योरिटी लायजन (ASL) के तहत सुरक्षा व्यवस्था में मदद करती हैं।
SPG में कितनी महिला कमांडो?
फिलहाल SPG में करीब 100 महिला कमांडो तैनात हैं। ये एडवांस्ड डिप्लॉयमेंट, क्लोज प्रोटेक्शन और अन्य सुरक्षा उपायों में अपनी भूमिका निभा रही हैं।
नारी शक्ति का प्रतीक:
कंगना द्वारा शेयर की गई इस तस्वीर ने महिला सुरक्षाकर्मियों की मेहनत और निष्ठा को सराहने का अवसर दिया है। यह तस्वीर सिर्फ नारी शक्ति का प्रतीक नहीं, बल्कि देश की सुरक्षा में महिलाओं की अहम भूमिका को भी उजागर करती है।