प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर में आयोजित एक चुनावी रैली में विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कांग्रेस और उसके सहयोगियों पर राज्य की जनता की परेशानियों को बढ़ाने का आरोप लगाया। पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोग ऐसे हैं जो संभाजी महाराज के हत्यारे को मसीहा मानते हैं और अनुच्छेद 370 की बहाली की बात करते हैं। इसके विपरीत, महायुति सरकार ने औरंगाबाद का नाम बदलकर छत्रपति संभाजीनगर कर शिवसेना नेता बालासाहेब ठाकरे की इच्छा को पूरा किया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इस बदलाव के खिलाफ कांग्रेस समर्थक कोर्ट तक गए थे।
महाराष्ट्र के विकास पर जोर
प्रधानमंत्री ने महाराष्ट्र को ‘विकसित भारत’ के विजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि भाजपा और महायुति सरकार इसी संकल्प के साथ कार्य कर रही है, जिससे राज्य में आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण हो रहा है। समृद्धि महामार्ग का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने बताया कि यह मार्ग छत्रपति संभाजीनगर से होकर गुजरता है, जिससे मराठवाड़ा, विदर्भ और मुंबई के बीच सीधा संपर्क स्थापित हुआ है।
मराठवाड़ा के पानी संकट पर पूर्व सरकारों की नाकामी
प्रधानमंत्री मोदी ने मराठवाड़ा के पानी संकट का मुद्दा उठाया और कहा कि यह क्षेत्र लंबे समय से सूखे की समस्या से जूझ रहा है, लेकिन कांग्रेस और एमवीए सरकार ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने दावा किया कि उनकी सरकार ने सूखे के खिलाफ ठोस कदम उठाए हैं, जबकि कांग्रेस और अघाड़ी सरकारें हाथ पर हाथ धरे बैठी रहीं।
आरक्षण और जातिगत विभाजन पर कांग्रेस पर आरोप
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर समाज में बंटवारे और आरक्षण के मुद्दे पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों को आगे बढ़ने से रोकना चाहती है ताकि सत्ता पर उनका एकाधिकार बना रहे। उन्होंने जनता को आगाह किया कि अगर कांग्रेस सत्ता में वापस आई, तो आरक्षण पर खतरा मंडरा सकता है।