मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तैयारियां अंतिम चरण में हैं, और 20 नवंबर को राज्य के सभी 288 विधानसभा सीटों पर मतदान होंगे। इस बीच, राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे एक नए विवाद में फंस गए हैं। उद्धव ठाकरे ने यवतमाल के वनी एयरपोर्ट पर अपने बैग की जांच किए जाने को लेकर आपत्ति जताई और सवाल उठाया कि क्या कभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बैग की जांच की गई है।
उद्धव ठाकरे ने कहा, “मेरे बैग की जांच की जा रही है, मुझे कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन मेरा सवाल है कि क्या कभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बैग की जांच की गई है?” उन्होंने यह बयान उस समय दिया जब एयरपोर्ट पर अधिकारियों ने उनका सामान चेक किया। इस घटना का वीडियो भी उद्धव ने सोशल मीडिया पर साझा किया और विरोध जताया।
बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने किया पलटवार
इस बयान पर भाजपा नेता किरीट सोमैया ने ट्विटर पर हमला बोला। उन्होंने लिखा, “चुनाव आयोग के अधिकारियों ने 17 मई 2024 को लोकसभा चुनाव के दौरान एकनाथ शिंदे का हेलीकॉप्टर और सामान चेक किया था। इसके बाद 5 नवंबर को देवेंद्र फडणवीस का सामान कोल्हापुर में चेक किया गया था, लेकिन तब इन दोनों नेताओं ने कोई आपत्ति नहीं जताई थी।” सोमैया ने कहा, “अब जब उद्धव ठाकरे का सामान चेक किया गया है, तो वह हो-हल्ला कर रहे हैं, जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता है।”
Election Commission Officials had checked CM Eknath Shindes Helicopter & Bags at Nashik during Loksabha Elections on 17 May 2024
Devendra Fadnavis helicopter & bags checked at Kolhapur 5 Nov
They didn't took any objections
Why Uddhav Thackeray Shouting if his Bags are checked pic.twitter.com/ez0Hvurfb5
— Kirit Somaiya (@KiritSomaiya) November 12, 2024
चुनाव की तैयारी और मुकाबला
महाराष्ट्र में चुनावी माहौल बेहद गर्म है। सभी प्रमुख राजनीतिक दल चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं। 20 नवंबर को होने वाले मतदान में महायुति और महा विकास अघाड़ी (MVA) के बीच जोरदार मुकाबला देखने को मिल सकता है। महायुति को एक बार फिर से सत्ता में आने की उम्मीद है, जबकि विपक्षी महाविकास अघाड़ी भी अपनी ताकत दिखाने की पूरी कोशिश कर रहा है। चुनावी नतीजों की घोषणा 23 नवंबर को की जाएगी।
इस विवाद ने राज्य में और भी अधिक सियासी गर्मी पैदा कर दी है, खासकर जब चुनावी प्रचार जोर पकड़ चुका है।