नई दिल्ली: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के तेजी से बढ़ते दौर में, ग्राफिक्स चिप निर्माता कंपनी एनवीडिया ने एप्पल और माइक्रोसॉफ्ट जैसी दिग्गज कंपनियों को पीछे छोड़ते हुए अब दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी बनने का दर्जा हासिल कर लिया है। एनवीडिया की वर्तमान मार्केट वैल्यू 3.43 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गई है, जो एप्पल की 3.38 ट्रिलियन डॉलर की वैल्यू से अधिक है।
एनवीडिया के सीईओ जेन्सन हुआंग की कंपनी ने पहली बार जून में एप्पल को पछाड़ा था, हालांकि वह केवल एक दिन के लिए था। लेकिन मंगलवार, 5 नवंबर को कंपनी के शेयरों में 2.9 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई, जिससे इसका मार्केट कैप 3.43 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गया। इस वृद्धि के साथ एनवीडिया अब एसएंडपी 500 इंडेक्स का 7 प्रतिशत हिस्सा बन गई है। वहीं, माइक्रोसॉफ्ट का मार्केट कैप 3.06 ट्रिलियन डॉलर है।
एनवीडिया की ग्रोथ में 100 प्रतिशत से भी अधिक बढ़ोतरी
एनवीडिया की ग्रोथ में अभूतपूर्व वृद्धि देखी गई है। कंपनी ने 28 जुलाई को समाप्त दूसरी तिमाही में 30 बिलियन डॉलर की आय दर्ज की, जो पिछली तिमाही से 15 प्रतिशत और पिछले साल की तुलना में 122 प्रतिशत अधिक है। हुआंग ने बताया कि उनकी ‘हॉपर’ चिप्स की भारी मांग बनी हुई है, और आगामी ‘ब्लैकवेल’ चिप्स के लिए भी बहुत उत्साह है। उन्होंने यह भी कहा कि डेटा सेंटर में एआई और तेज़ कंप्यूटिंग तकनीक के लिए बड़े स्तर पर अपग्रेड किए जा रहे हैं, जिससे कंपनी की कमाई रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है।
अगली पीढ़ी के हाई-स्पीड मेमोरी चिप्स की होगी तैयारी
हुआंग ने एसके हाइनिक्स से कहा कि वे अगली पीढ़ी के हाई-स्पीड मेमोरी चिप्स को निर्धारित समय से छह महीने पहले तैयार करें, ताकि एआई कंप्यूटिंग चिप्स की बढ़ती मांग को पूरा किया जा सके। एनवीडिया के एआई एक्सेलेरेटर्स की मांग में जबरदस्त वृद्धि देखी जा रही है, जो एआई तकनीक को आगे बढ़ाने के लिए बड़े डेटा पर काम करते हैं। इन एक्सेलेरेटर्स को सुचारू रूप से काम करने के लिए हाई-स्पीड मेमोरी चिप्स की जरूरत होती है।
एनवीडिया की यह सफलता न केवल तकनीकी क्षेत्र में, बल्कि बाजार में भी इसके वर्चस्व को दर्शाती है। AI और चिप निर्माण के क्षेत्र में इसके द्वारा की गई पहलों और नवाचारों ने इसे आज दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी बना दिया है।