महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर सियासी हलचल तेज है। बीजेपी से टिकट न मिलने पर नाराज नेता अपना नामांकन वापस ले रहे हैं, और चुनाव आयोग ने राज्य की डीजीपी का ट्रांसफर कर दिया है। इसी बीच, मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग कर रहे कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने चुनाव में किसी भी उम्मीदवार या पार्टी का समर्थन न करने का निर्णय लिया है। उन्होंने अपने समर्थकों से भी नामांकन वापस लेने का आग्रह किया। सोमवार नामांकन वापस लेने का आखिरी दिन है। चुनाव 20 नवंबर को होंगे और मतगणना 23 नवंबर को होगी।
पहले किया था कुछ उम्मीदवारों के समर्थन का ऐलान
जरांगे का यह निर्णय उनकी पहले की रणनीति में एक बड़ा बदलाव है। पहले उन्होंने कुछ निर्वाचन क्षेत्रों में उम्मीदवारों का समर्थन या विरोध करने का ऐलान किया था।
किसी भी राजनीतिक दल या उम्मीदवार से नहीं है संबंध
जरांगे ने कहा, “काफी विचार-विमर्श के बाद मैंने राज्य में कोई उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया है। मराठा समुदाय खुद निर्णय करेगा कि किसे चुनना है और किसे हराना है। मैं किसी भी उम्मीदवार या राजनीतिक दल को समर्थन नहीं दे रहा हूं।”
‘मुझ पर किसी का कोई दबाव नहीं’
जरांगे ने स्पष्ट किया कि उन पर सत्तारूढ़ महायुति या विपक्षी महा विकास आघाडी (एमवीए) का कोई दबाव नहीं है। उन्होंने कहा, “मराठा हितों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के आधार पर समुदाय स्वयं निर्णय लेगा।”
रविवार को किया था समर्थन का ऐलान
रविवार को जरांगे ने कहा था कि वे पार्वती और दौंड निर्वाचन क्षेत्रों से दो उम्मीदवारों का समर्थन करेंगे, लेकिन अब उन्होंने अपने इस फैसले से यू-टर्न लेते हुए किसी भी उम्मीदवार को समर्थन देने से इनकार कर दिया है।