आजमगढ़ से समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद धर्मेंद्र यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ बयान को नफरत फैलाने की कोशिश बताते हुए कड़ी आलोचना की। सोमवार शाम को पत्रकारों से बातचीत करते हुए यादव ने कहा, “मुख्यमंत्री नफरत फैलाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन ‘पीडीए’ (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) के लोग बंटने वाले नहीं हैं। मुख्यमंत्री भूल गए हैं कि पीडीए के लोगों को उनकी सरकार और केंद्र ने नजरअंदाज किया, लेकिन वे एकजुट हैं और उनके भाषणों के बावजूद बंटने वाले नहीं हैं।”
पीडीए के लोग अखिलेश यादव के साथ एकजुट
सपा सांसद ने कहा कि पीडीए के लोग अखिलेश यादव के साथ मजबूती से खड़े हैं। उन्होंने कहा, “जब उपचुनाव के नतीजे आएंगे, तब आप देखेंगे कि लोगों ने क्या फैसला लिया है।” उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव से पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ‘पीडीए’ का नारा देते हुए उनकी एकजुटता पर जोर दिया था। सपा नेता शिवपाल यादव के इस बयान कि “जो लोग ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ जैसा बयान देंगे वो पिटेंगे,” पर धर्मेंद्र ने कहा, “चाचा शिवपाल साफ तौर पर उन लोगों की ओर इशारा कर रहे हैं जो नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं और पीडीए को नजरअंदाज कर रहे हैं।”
मुख्यमंत्री योगी का बयान
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 23 सितंबर को मिर्जापुर के एक कार्यक्रम में अयोध्या विवाद का जिक्र करते हुए कहा था, “यह फूट ही थी जिसके कारण अयोध्या में आक्रमणकारियों ने राम मंदिर को नष्ट कर दिया।” उन्होंने कहा, “हम बंटे थे, तो कटे थे।”
हिन्दू समाज में एकता आवश्यक: दत्तात्रेय होसबाले
मुख्यमंत्री योगी के बयान के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने भी मथुरा में कहा, “यदि हम (हिन्दू समाज) जाति, भाषा या प्रांत के भेद से बंटेंगे, तो निश्चित रूप से कटेंगे। हिन्दू समाज में एकता अत्यंत आवश्यक है।”