नई दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को कहा कि स्वच्छता अब एक जन-आंदोलन का रूप ले चुकी है। “स्वच्छता ही सेवा 2024” अभियान के तहत नई दिल्ली में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अधिकारियों और कर्मचारियों को स्वच्छता की शपथ दिलाते हुए गोयल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन की सराहना की, जिसने लाखों लोगों को प्रेरित किया है और देश के भविष्य को आकार दिया है।
गोयल ने बताया कि स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत प्रधानमंत्री मोदी ने 10 साल पहले लाल किले से की थी, जिसका आज व्यापक असर दिख रहा है। उन्होंने कहा, “आज जब हम देशभर में यात्रा करते हैं, तो इस अभियान के कारण घर-घर में शौचालय बने हैं, गांव खुले में शौच से मुक्त हो गए हैं और लोगों में सड़कों पर कचरा फेंकने के प्रति जागरूकता बढ़ी है।”
मंत्री ने महात्मा गांधी के आदर्शों का उल्लेख करते हुए कहा कि स्वच्छता का यह आंदोलन गांधीजी के विचारों पर आधारित है, जिन्होंने स्वच्छता को धर्म से भी ऊपर माना था। प्रधानमंत्री मोदी ने भी गांधीजी की सोच को आगे बढ़ाते हुए धरती के संरक्षण का संदेश दिया है।
गोयल ने मंत्रालय के कर्मचारियों से 15 दिनों तक चलने वाले “स्वच्छता ही सेवा” अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने और स्वच्छ भारत मिशन को सफल बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “यह हमारे लिए एक अवसर है कि हम इस राष्ट्रीय उद्देश्य में योगदान करें और हमारे सामूहिक प्रयास देश के भविष्य को बेहतर बनाएंगे।”
प्रधानमंत्री मोदी के तीसरे कार्यकाल के 100 दिनों का जिक्र करते हुए गोयल ने कहा, “प्रधानमंत्री की अवधारणा और राष्ट्र के प्रति उनकी गहरी प्रतिबद्धता हमें उज्ज्वल और समृद्ध भविष्य की ओर ले जा रही है। हमने इन 100 दिनों में नए और प्रभावी तरीकों से कार्य किया है, जो पिछले वर्षों की सफलता पर आधारित हैं।”
इस कार्यक्रम में संयुक्त राज्य अमेरिका और मिस्र के विशिष्ट अतिथि भी शामिल हुए, और डीपीआईआईटी (उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग) ने वाणिज्य भवन में रक्तदान शिविर का आयोजन किया, जो स्वच्छता और सार्वजनिक स्वास्थ्य के प्रति मंत्रालय की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।