राष्ट्रीय पर्वों को राजनीति का अखाड़ा बना रही कांग्रेस – भाजपा
विपक्षी दलों के 26 जनवरी के आंदोलन पर टिकी निगाहें
देहरादून। लोकसभा चुनाव से पूर्व प्रदेश में आंदोलनों को लेकर वार-पलटवार शुरू हो गए है। उत्तराखण्ड में इंडिया गठबंधन के घटक दलों के गणतंत्र दिवस की दोपहर में भाजपा के खिलाफ प्रदर्शन के ऐलान से राजनीति गर्मा गयी है। भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस राष्ट्रीय पर्वों को राजनीति का अखाड़ा बना रही है। भाजपा ने 26 जनवरी के दिन कांग्रेस की राजनैतिक आंदोलन की घोषणा को राष्ट्रीय पर्व का अपमान बताते हुए कहा कि कांग्रेस अब राष्ट्रीय पर्वों को भी राजनीति का जरिया बना रही है। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने यहां जारी बयान में कहा कि सनातन और मोदी से नफरत के चलते प्राण प्रतिष्ठा का बहिष्कार करने वाली कांग्रेस अब नफरत हराने का दावा कर रही है।
जनता उनके मिशन का जवाब देने वाली है। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन की बैठक में तय हुए आंदोलन, जीतेगा भारत, हारेगी नफरत की टाइमिंग पर गंभीर सवाल खड़ा करते हुए भट्ट ने इसे संवैधानिक पर्व गणतंत्र दिवस का अपमान बताया है । उन्होंने आंदोलन की घोषणा को विपक्ष द्वारा निम्न स्तर की राजनीति बताया और कहा कि जिस दिन समूचा देश संविधान की स्थापना का जश्न मना रहा होगा, कांग्रेस उसके समानांतर अपना राजनैतिक कार्यक्रम चलाएगी। उन्होंने तंज किया कि स्वयं को सबसे पुरानी राष्ट्रीय पार्टी बताने वाली कांग्रेस के आयोजनों में कार्यकर्ताओ के साथ अब नेता भी नही जुट रहे हैं । उन्होंने आंदोलन के स्लोगन पर निशाना साधा कि जिनके आचार, व्यवहार और संस्कारों में सनातन धर्म और पीएम के प्रति नफरत हो उनका उनके लिए आने वाली चुनौतियों से निपटना आसान नही है।
भाजपा नेता ने कहा कि पांच सौ वर्षों के इंतजार के बाद प्रभु श्री राम के अयोध्या धाम में विराजने के भव्य दिव्य आयोजन से सनातन के स्वर्णिम उत्कर्ष का जय घोष किया है । लेकिन राम राज और राष्ट्र काज से नफरत करने वालों को यह सब हजम नही हो रहा है । उन्होंने कहा कि भारत ही जीतेगा और नफरत के भाव लेकर राजनीति करने वालों की हार होगी । भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के पलटवार के बाद इंडिया गठबन्धन के घटक दलों के गणतंत्र दिवस की दोपहर को उत्तराखण्ड में होने वाले प्रदर्शन की सफलता पर विश्लेषकों की विशेष नजर बनी हुई है।