नई दिल्ली। पिछले महीने 30 जुलाई को वायनाड में बड़े पैमाने पर हुई भूस्खलन की घटनाओं में 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल के भूस्खलन प्रभावित वायनाड जिले का दौरा किया।
प्रधानमंत्री मोदी शनिवार सुबह वायनाड पहुंचे, जहां उन्होंने पैदल चलकर और हवाई सर्वेक्षण के जरिए आपदा से हुए नुकसान का आकलन किया। इस दौरान केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन भी उनके साथ मौजूद थे। पीएम मोदी ने चल रहे निकासी कार्यों की भी जानकारी ली।
हवाई सर्वेक्षण के दौरान प्रधानमंत्री ने इरुवाझिंजी पुझा नदी के उद्गम स्थल पर भूस्खलन वाले स्थान और त्रासदी से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। वायनाड में आपदा के बाद सेना ने राहत एवं बचाव कार्यों में मदद के लिए 190 फुट लंबा बेली ब्रिज बनाया है, जिससे पीएम मोदी भी पैदल होकर गुजरे।
इस पुल के निर्माण से भारी वाहनों और मशीनरी को बचाव कार्य में काफी मदद मिली है और इसी पुल की मदद से करीब 200 लोगों को बचाया जा सका है। प्रधानमंत्री ने पुंचिरीमट्टम, मुंडक्कई, और चूरलमाला के सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों का भी जायजा लिया।
30 जुलाई को हुए भूस्खलन में कम से कम 226 लोगों की मौत हो गई थी, और अभी भी कई लोग लापता हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने भूस्खलन में मरने वालों के परिवारों को दो-दो लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है।
राज्य सरकार पीड़ितों को आश्रय, भोजन और चिकित्सा सुविधाएं प्रदान कर रही है, और केंद्र सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के लिए एक समिति का गठन किया है, जो वर्तमान में वायनाड में ही है और भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर रही है।