उत्तराखंड। बिजली में की जा रही कटौती और मनमानी दरें उपभुक्ताओं से वसूलने वाले अधिकारियों का विरोध करते हुए पूर्व सीएम हरीश रावत ने मौन व्रत रखा है, और कहा है कि कुछ अधिकारी बिजली चोरी के नाम पर हरिद्वार के ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब परिवारों की बिजली में कटौती कर रहे हैं और उनको प्रताड़ित किया जा रहा है।
दरअसल उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने हरिद्वार जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में की जा रही बिजली कटौती के खिलाफ आवाज उठाई है और उपभोक्ताओं से मनमानी दरे वसूलने पर मौन व्रत रखा है। सीएम का कहना है कि यह मौन व्रत उन लोगों के लिए है जो उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड की उपेक्षा का शिकार हो रहे हैं और घोषित बिजली में कटौती और उपभोक्ताओं से ज्यादा दरें वसूली जा रही हैं।
इस विषय में हरीश रावत का कहना है कि यूपीसीएल बिजली चोरों के नाम पर हरिद्वार के ग्रामीण क्षेत्र में गरीब परिवारों को प्रताड़ित किया जा रहा है। साथ ही अपनी मर्जी के अनुसार बिजली की दरें गरीबों से वसूली जा रही है। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार रोजाना कई घंटे तक परिवारों को बिना बिजली के रहना पड़ता है, जिससे वह सभी लोग परेशान हो रहे हैं।