नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी रविवार की शाम 7.45 बजे तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री पह की शपथ लेंगे। जेडीयू नेता नीतीश कुमार और टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने शुक्रवार को एनडीए की बैठक में पीएम मोदी को संसदीय दल के नेता और पीएम के नाम पर मुहर लगा दी। लोकसभा चुनाव 2024 में देश की जनता ने किसी एक राजनीतिक पार्टी को स्पष्ट जनादेश नहीं दिया तो भाजपा ने एनडीए गठबंधन की सरकार बनाने का ऐलान किया। वहीं, इंडिया गठबंधन ने विपक्ष में बैठने का फैसला लिया। लेकिन जदयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने बड़ा खुलासा किया है।
जानकारी के मुताबिक केसी त्यागी ने कहा कि इंडिया गठबंधन की तरफ से भी केंद्र में सरकार बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं और इसके लिए विपक्षी गठबंधन ने जदयू से संपर्क किया और हमारे नेता नीतीश कुमार को पीएम पद की पेशकश की, लेकिन हमारे नेता ने किसी भी ऐसी पेशकश को सिरे से नकार दिया है। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रपोजल उन लोगों की ओर से आ रहे हैं, जिन्होंने नीतीश कुमार को इंडी गठबंधन का संयोजक बनाने तक से इनकार कर दिया था।
केसी त्यागी ने कहा कि नीतीश कुमार ही इस गठबंधन के जन्मदाता थे।अखिलेश यादव, अरविंद केजरीवाल, ममता बनर्जी… ये सारी पार्टियां तो कांग्रेस के साथ मंच शेयर करने को भी तैयार नहीं थीं.जिस तरीके का व्यवहार हमारे नेता और हमारी पार्टी के साथ हुआ, उसी का नतीजा था कि हम इंडी गठबंधन से बाहर आए और एनडीए का दामन थामा।
जब केसी त्यागी से यह पूछा गया कि विपक्ष के किन नेताओं ने नीतीश कुमार से संपर्क किया था, तो उन्होंने कहा, ‘राजनीति में नाम बताना ठीक नहीं लगता। लेकिन मैं बहुत जिम्मेदारी से कहता हूं कि इस तरह के प्रपोजल हमारे नेता के पास आए थे। विपक्ष के कई शीर्ष नेता नीतीश कुमार से बात करना चाहते थे। लेकिन हमने तय किया कि पीछे झांकने का प्रश्न ही पैदा नहीं होता। हम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए को ही मजबूत करेंगे।’