नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को पीएम मोदी और अन्य बीजेपी नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि पहली बार हमने देखा कि चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री और वित्त मंत्री ने शेयर बाजार पर टिप्पणी की.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री ने दो-चार बार कहा कि शेयर बाजार तेजी से बढ़ने जा रही है. उनके मैसेज को वित्त मंत्री और गृह मंत्री ने भी आगे बढ़ाया. अमित शाह कहते हैं 4 चार जून से पहले शेयर खरीदें. प्रधानमंत्री ने भी यही कहा और 28 मई को फिर से दोहराया. 3 जून को शेयर बाजार सारे रिकॉर्ड तोड़ देता है और 4 जून को शेयर बाजार नीचे चला जाता है.’
उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री ने शेयर बाजार में निवेश करने वाले पांच करोड़ परिवारों को विशेष निवेश सलाह क्यों दी? क्या निवेश सलाह देना उनका काम है? दोनों साक्षात्कार एक ही मीडिया को क्यों दिए गए, जिसके मालिक एक ही व्यापारिक समूह हैं, जो स्टॉक में हेराफेरी के लिए सेबी की जांच के दायरे में है.’
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, ‘भाजपा, फर्जी एग्जिट पोल करने वालों और संदिग्ध विदेशी निवेशकों के बीच क्या संबंध है, जिन्होंने एग्जिट पोल घोषित होने से एक दिन पहले निवेश किया और पांच करोड़ वेतन की कीमत पर भारी मुनाफा कमाया? हम इसकी जांच जेपीसी से कराने की मांग करते हैं. हमें पूरा विश्वास है कि यह एक घोटाला है.’
उन्होंने कहा, ‘फर्जी एग्जिट पोल के बाद शेयर बाजार में तेजी आई और फिर 4 जून को बाजार गिर गया. खुदरा निवेशकों ने 30 लाख करोड़ रुपये गंवाए, यह शेयर बाजार का सबसे बड़ा घोटाला है. प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री शाह ने निवेश की सलाह क्यों दी; भाजपा नेताओं को जानकारी थी कि एग्जिट पोल गलत थे.’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘भाजपा में उच्च पद पर बैठे लोगों ने शेयर बाजार के इस ‘घोटाले’ को अंजाम दिया. 30 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है और हजारों-लाखों करोड़ रुपये का चुने हुए लोगों को फायदा हुआ है, हम प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, जिन्होंने एग्जिट पोल किया उनपर और विदेशी निवेशक पर जांच चाहते हैं. प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री शाह इसमें सीधे तौर पर शामिल हैं.’