नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के निजी सचिव बिभव कुमार को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. दिल्ली पुलिस की एक टीम दोपहर में कुमार को पूछताछ के लिए मुख्यमंत्री आवास से थाने ले गई. बिभव कुमार को आज ही तीस हजारी कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड मांगेगी. आम आदमी पार्टी (आप) की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने बिभव कुमार द्वारा मारपीट किए जाने की शिकायत की थी. जिसके बाद 16 मई की रात को स्वाति मालीवाल की जांच के बाद मेडिको-लीगल केस रिपोर्ट दर्ज की गई थी.जांच एम्स दिल्ली के जय प्रकाश नारायण एपेक्स ट्रॉमा सेंटर में की गई थी. अब मेडिकल रिपोर्ट आ गई है, एमएलसी रिपोर्ट के अनुसार उनके बाएं पैर और दाहिने गाल पर चोट के निशान हैं.
रिपोर्ट में कहा गया है कि स्वाति मालीवाल को बाएं पैर पर 3×2 सेंटीमीटर आकार की चोट थी, उनके “दाहिनी आंख के नीचे दाहिने गाल” पर 2×2 सेंटीमीटर आकार की एक और चोट थी. शिकायत में मालीवाल ने आरोप लगाया कि केजरीवाल के निजी सचिव बिभव कुमार ने उन्हें “कम से कम सात से आठ बार” थप्पड़ मारा. वह “चिल्लाती रहीं” और “उन्हें बेरहमी से घसीटा”, साथ ही उनकी छाती, पेट और pelvis एरिया पर “लातें” मारीं.
दिल्ली पुलिस के पास दर्ज कई गई एफआईआर के मुताबिक, मालीवाल ने 13 मई की घटनाओं का जिक्र किया, जब वह मुख्यमंत्री केजरीवाल के सिविल लाइंस स्थित आवास पर गई थीं.
बिभव ने कोर्ट में दायर की अग्रिम जमानत याचिका
गिरफ्तारी के बाद बिभव कुमार ने तीस हजारी कोर्ट में अग्रिम जमानत की याचिका दायर की. इस याचिका पर आज ही सुनवाई हु, जिसे ई कोर्ट ने खारिज कर दिया. बिभव कुमार के वकील ने मीडिया से कहा- मैंने दलील दी है कि कोई मामला नहीं है और यह अंतरिम जमानत का मामला है. मैंने अग्रिम जमानत की वकालत की है क्योंकि सीसीटीवी फुटेज और कवरेज में जो देखा गया है. बयान में यह नहीं बताया गया है कि आदेश को तीन दिन की देरी से आज के लिए सुरक्षित रखा गया है.
मैं जांच में शामिल होने के लिए तैयार हूं
विभव कुमार ने दिल्ली पुलिस को लिखे मेल में कहा- ‘मुझे पता चला है कि सिविल लाइंस पुलिस स्टेशन में दर्ज एक एफआईआर में मुझे आरोपी बनाया गया है. मुझे अभी तक कोई नोटिस नहीं दिया गया है…मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि जब भी जांच अधिकारी द्वारा कहा जाएगा, मैं सहयोग करने और जांच में शामिल होने के लिए तैयार हूं. मैंने भी 13 मई को हुई घटना को लेकर शिकायत की है, जिस पर दिल्ली पुलिस संज्ञान ले.’