नई दिल्ली। शुक्रवार (18 मई) को क्राइम ब्रांच के साइबर सेल को सूचना मिली कि दिल्ली के मोती बाग और शास्त्री नगर इलाके में मशहूर अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय ब्रांडों के खाने और कॉस्मेटिक उत्पादों की नकली मैन्युफैक्चरिंग डेट लगाकर बेचा जा रहा है. इसके बाद पुलिस की टीम ने एक्शन लेते हुए ACP पवन कुमार की निगरानी में पश्चिम मोती बाग, सराय रोहिल्ला गोदाम पर छापा मारा.
गोदाम में पुलिस को लेजर प्रिंटिंग मशीन मिली जो चालू हालत में थी और जिसका इस्तेमाल एक्सपायर्ड प्रोडक्ट्स की मैन्युफैक्चरिंग डेट बदलने के लिए किया जा रहा था. छापे में फॉग बॉडी स्प्रे के 20 कार्टून बरामद किए गए जिनके ऊपर से मैन्युफैक्चरिंग डेट, एक्सपायरी डेट, बैच नंबर और कीमत मिटाई गई थी. क्राइम ब्रांच के थाने में कानून के मुताबिक मामला दर्ज किया गया और गोदाम मालिक अश्वनी कोहली को सुभद्रा कॉलोनी से को गिरफ्तार कर लिया गया.
1 लिनक्स लेजर प्रिंटिंग मशीन
1 वनप्लस नॉर्ड मोबाइल फोन (जो आरोपी अश्वनी कोहली इस्तेमाल करता था)
फॉग बॉडी स्प्रे के 20 कार्टून (1600 बोतलें, हर बोतल 120 मिलीलीटर)
अजमल डियो के 99 कार्टून (4752 बोतलें, हर बोतल 200 मिलीलीटर)
कंप्लान सैशे के 17 कार्टून (1224 सैशे, हर सैशे 75 ग्राम)
हॉर्लिक्स के 15
जिस साइबर सेल की टीम ने छापेमारी की उनमें शामिल हैं- इंस्पेक्टर विवेकानंद, सब इंस्पेक्टर पंकज नेगी, सब इंस्पेक्टर रमेश, हेड कॉन्स्टेबल पंकज, हेड कॉन्स्टेबल कमल, हेड कॉन्स्टेबल गगनदीप, हेड कॉन्स्टेबल दिनेश, हेड कॉन्स्टेबल विनोद, महिला कॉन्स्टेबल सीमा और महिला कॉन्स्टेबल ममता.
पुलिस की पूछताछ में आरोपी अश्वनी कोहली ने बताया कि 2021 में उनकी मुलाकात कवल आनंद से हुई थी जो मैन्युफैक्चरिंग डेट बदलकर एक्सपायर्ड खाने का सामान बेचता था और अच्छी कमाई करता था. आरोपी उस समय कर्ज में डूबा हुआ था, इसलिए उसने भी आसान पैसा कमाने के लिए यही अवैध धंधा शुरू कर दिया. अश्वनी कोहली ने मोती बाग, सराय रोहिल्ला के गोदाम में एक प्रिंटिंग मशीन लगाई और मैन्युफैक्चरिंग डेट छापकर उन उत्पादों को दिल्ली और एनसीआर इलाके में बेचता था. उसने आगे बताया कि वो एक्सपायर्ड सामान महाराष्ट्र के भिवंडी और पुणे से स्क्रैप डीलरों से लाता था.