नई दिल्ली। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर प्रशासन पर उनकी पार्टी और समर्थकों को ‘चुनिंदा तौर पर निशाना बनाकर और परेशान’ करके ‘लोकसभा चुनाव में धांधली के प्रयास का आरोप लगाया. स्थानीय पीडीपी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुफ्ती ने आरोप लगाया कि अधिकारियों ने पुलवामा में धारा 144 लगाकर शनिवार शाम 6:30 बजे से लोगों के इकट्ठा होने पर 48 घंटे के लिए प्रतिबंध लगा दिया है, जबकि पुलवामा श्रीनगर लोकसभा सीट का हिस्सा है और यहां सोमवार को मतदान होना है.
उन्होंने कहा, ‘आज शाम 6:30 बजे से पुलवामा जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है. ऐसा पहले कभी नहीं हुआ कि जहां चुनाव होने हों वहां पाबंदियां लगायी गयी हों और वह भी चुनाव संपन्न होने तक.’ पीडीपी अध्यक्ष ने कहा कि वे लोगों को ‘परेशान’ करने की कोशिश कर रहे हैं ताकि वे मतदान करने के लिए बाहर न आएं. उन्होंने कहा, ‘चुनाव में फर्जीवाड़ा करने की तैयारी की जा रही है. चुनाव परिणाम पहले ही तय किये जा रहे हैं.’
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि उनकी पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ताओं को मतदान से पहले हिरासत में लिया गया. मुफ्ती ने कहा, ‘ये बात सिर्फ पुलवामा तक ही सीमित नहीं है. कुछ दिन पहले सुरनकोट (जम्मू के पुंछ जिले में) में भी निशाना बनाया गया. उसके बाद हमारे 50-60 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया. एक अजीब माहौल बनाया जा रहा है.’ उन्होंने कहा, ‘अगर निर्वाचन आयोग को 1987 का चुनाव दोहराना है तो चुनाव का यह ड्रामा क्यों? अगर उन्हें इखवान (सरकारी बंदूकधारी) या इखवानों की पार्टी बनानी है, जिनका वे समर्थन कर रहे हैं तो उन्हें यह बताना चाहिए.’
मुफ्ती ने कहा कि प्रशासन अभी तक अपने प्रतिनिधियों के समर्थन में खुलकर सामने नहीं आ रहा है क्योंकि वे श्रीनगर और बारामूला में दो सीटों पर चुनाव संपन्न होने का इंतजार कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘सरकारी अधिकारी दबाव में है. पीडीपी कार्यकर्ताओं को चुन-चुनकर निशाना बनाया जाता है और उन्हें परेशान किया जाता है.’ पीडीपी प्रमुख ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से ‘चुनाव का नाटक’ बंद करने के लिए कहा.
उन्होंने कहा, ‘अगर आप चुनाव में धोखाधड़ी करना चाहते हैं तो हमें बताएं हम चले जाएंगे. हम अपने कार्यकर्ताओं की जान जोखिम में क्यों डालेंगे?’ मुफ्ती ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कई युवाओं को जेलों में डाल दिया. उन्होंने कश्मीर के लोगों से उनकी पार्टी के पक्ष में मतदान करने की अपील करते हुए कहा, ‘नयी दिल्ली को यह संदेश भेजना आपकी जिम्मेदारी है कि जब आप हमारे युवाओं को जेलों में डालेंगे तो हम उन्हें अपने वकील के रूप में संसद में भेजेंगे.’