रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट में IED रखने वाला मुसाविर हुसैन और मास्टरमाइंड अब्दुल गिफ्तार

नई दिल्ली। कर्नाटक के बेंगलुरु में 1 मार्च, 2024 को रामेश्वरम कैफे में ब्लास्ट हुआ था। जिसमें कई लोगों की जान चली गई थी। शुक्रवार (12 अप्रैल) की सुबह NIA ने कोलकाता के पास फरार आरोपियों का पता लगा लिया, जहां वे झूठी पहचान के सहारे छिपे हुए थे। आरोपी अब्दुल मथीन ताहा और मुसाविर हुसैन शाजेब को एनआईए की टीम ने गिरफ्तार कर लिया।

ये सफल अभियान NIA की टीम द्वारा अंजाम दिया गया। जिसमें केंद्रीय खुफिया एजेंसी, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, कर्नाटक और केरल की राज्य पुलिस एजेंसियों ने इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. मुसाविर हुसैन शाजिब वही आरोपी है जिसने कैफे में IED बम रखा था और अब्दुल मथीन ताहा विस्फोट की योजना बनाने, उसे अंजाम देने और उसके बाद कानून के चंगुल से भागने का मास्टरमाइंड है।
रामेश्वरम कैफे में हुए ब्लास्ट के बाद राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) की टीम लगातार आरोपियों की तलाश में लगी हुई थी। कुछ ही दिनों पहले एनआईए ने इन दोनों आरोपियों के बारे में कोई भी जानकारी देने पर 10-10 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की. साथ ही इन आरोपियों की फोटो भी जारी कर दी थी।
वहीं बुधवार को एनआईए ने इस मामले को लेकर मुजम्मिल शरीफ को गिरफ्तार किया था जिसको इस विस्फोट घटना का प्रमुख षडयंत्रकर्ता माना जा रहा था।

 

 

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